ग्वालियर, 16 मई (भाषा) केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता माधवी राजे सिंधिया का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को विशेष विमान से दिल्ली से ग्वालियर लाया गया।
पार्थिव शरीर को हवाई अड्डे से जय विलास परिसर स्थित रानी महल में फूलों से सजी एंबुलेंस में ले जाया गया, जिसमें सिंधिया और उनके परिवार के सदस्य मौजूद थे।
सिंधिया के करीबी सूत्रों ने बताया कि माधवी राजे सिंधिया (76) का अंतिम संस्कार शाम पांच बजे ग्वालियर के पूर्व राजपरिवार के सदस्यों के अंतिम संस्कार के लिए आरक्षित स्थान अम्मा महाराज की छत्री में होगा।
पार्थिव शरीर को लाये जाने के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग राजमाता के दर्शन के लिए हवाई अड्डे पर एकत्रित हुए और उन्होंने हाथों में मालाएं लेकर “अम्मा महाराज अमर रहे” के नारे लगाए।
लोगों को पार्थिव शरीर के दर्शन कराने के लिए एंबुलेंस का दरवाजा भी कुछ देर के लिए खोला गया।
सूत्रों ने बताया कि उनके पार्थिव शरीर को जय विलास पैलेस के रानी महल में रखा जाएगा, ताकि लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें। नेपाल के शाही परिवार और देश की पूर्ववर्ती रियासतों के सदस्य अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
सूत्रों ने बताया कि शाम पांच बजे होने वाले अंतिम संस्कार में भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के भी शामिल होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ग्वालियर पहुंचेंगे।
सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पूर्ववर्ती राजघराने की माधवी राजे सिंधिया का बुधवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थीं। पिछले तीन महीनों से उनका इलाज इस प्रमुख अस्पताल में चल रहा था। उन्हें निमोनिया के साथ-साथ सेप्सिस भी था।
ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया और कई लोगों ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया। नेपाल के शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाली माधवी राजे सिंधिया का विवाह 1966 में पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया से हुआ था। उनके परिवार में बेटा ज्योतिरादित्य सिंधिया और बेटी चित्रांगदा राजे सिंह हैं।
भाषा सं दिमो
राजकुमार
राजकुमार
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)