Raipur News. Image Source- IBC24
रायपुरः Raipur News: राजधानी रायपुर में हाल ही में सामने आई 1.29 करोड़ रुपये की चांदी की लूट की कहानी पूरी तरह झूठी निकली है। पुलिस पूछताछ में खुद कारोबारी राहुल गोयल ने यह कबूला कि उसने यह झूठा ड्रामा खुद रचा था। उसकी बताई कहानी सुनकर पुलिस उन लुटेरों को खोजती रही जो असल में थे ही नहीं। मगर इस कांड का खुलासा एक चोट से हुआ। चलिए जानते हैं कि आखिर क्या है पूरा माजरा..
Raipur News: 4 अक्टूबर को आगरा के कारोबारी राहुल गोयल रायपुर के कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई कि अज्ञात लोग उसके फ्लैट में घुसे, बेहोश कर हाथ-पैर बांधे और 86 किलो चांदी के जेवर लेकर भाग गए थे। इसके रायपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच, डॉग स्क्वॉड, फॉरेंसिक टीमें हरकत में आईं। दिन भर लुटेरों को खोजने का ऑपरेशन चला। पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज खंगाली, लेकिन पुलिस को कई सुराग हाथ नहीं लगा। इधर, शातिर राहुल गोयल तो पूरे दिन पुलिस को उलझाता ही रहा। एक्टिंग ऐसे कि मानों सच में इसके साथ फिल्मी अंदाज की लूट हुई हो। मौके पर पहुंचे जांच अधिकारी सबूत खोजते रहे। पुलिस को अपनी कहानी पर यकीन दिलाने के लिए राहुल ने शरीर पर चाकू के निशान दिखाए और बताया कि दो लुटेरों ने इसे चोट पहुंचाई है। यहीं राहुल गलती कर गया। ये चोट के निशान ही उसकी पूरी कहानी की पोल खोल गए। डॉक्टर्स ने जांच में बताया कि ये सेल्फ इंजरी के निशान हैं, यानी राहुल ने खुद अपने हाथों से ही चाकू से खुद को चोट पहुंचाई थी।
दरअसल, अलीगढ़ का रहने वाला राहुल गोयल आगरा की ज्वेलरी कंपनी चैन फाउंडेशन में काम करता है। चांदी के गहने बनाने वाली इस कंपनी से करोड़ों का माल लेकर ये रायपुर आता था और सदरबाजार के राजधानी पैलेस काम्पलेक्स के फ्लैट में रहता था। कंपनी के गहने ये रायपुर के सराफा कारोबारियों को बेचता था। करीब दो से तीन साल के दरम्यान राहुल को अपने पुराने ईंट भठ्टे के कारोबार में लाखों का नुकसान हुआ और क्रिकेट सट्टे की लत लगी यहां भी उसने बड़ी रकम गंवाई। कर्ज होता चला गया और इसी वजह से उसने चांदी की हेराफेरी की। 86 किलो चांदी में से बड़ी तादाद में रायपुर के कारोबारियों को बेचा और रकम कंपनी को देने की बजाए खुद रख ली और झूठी कहानी सुनाकर खुद को लूट का शिकार बताना चाहा।
पुलिस ने राहुल को गिरफ्तार कर लिया है। इसके पास से वो चाकू और रस्सी भी बरामद किया गया है, जिसका इस्तेमाल इसने लूट की झूठी कहानी बनाने में किया। शातिर ने प्लानिंग इतनी पक्की कर रखी थी कि एक दिन पहले ही सीसीटीवी का डीवीआर तालाब में फेंक दिया। अपना फोन डैमेज करके सिम को तोड़कर कर फेंक दिया, मगर झूठी कहानी पुलिस के सामने कुछ ही घंटे टिक पाई और सारा कांड खुलकर सामने आया।