liquor ban in Chhattisgarh: अंबिकापुर। प्रदेश में शराब बंदी नहीं हो सकती क्योंकि सरकार ने कोरोना काल में दो माह शराब बंदी की थी, लोग दूसरी शराब पीकर मर रहे थे। अगर प्रदेश में शराबबंदी होती है तो बड़े लोग तो दूसरे प्रदेशों से शराब ले आएंगे, मगर जेल जाएगा गरीब आदमी। यह बयान दिया है छत्तीसगढ़ सरकार के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने।
प्रदेश के आबकारी मंत्री यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि वह 5 साल से आबकारी मंत्री हैं और जहां जाते हैं शराब दुकान खोलने के आवेदन जरूर आते हैं लेकिन शराब बंदी का एक भी आवेदन अब तक नहीं आया। यह बयान इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में प्रदेश में शराब बंदी का वादा किया था। ऐसे में आबकारी मंत्री का यह बयान प्रदेश की सियासत में किस तरह का भूचाल लाएगा और भाजपा को बैठे-बैठे मौका देगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा। मगर अल्प प्रवास पर अंबिकापुर पहुंचे आबकारी मंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान जो बयान दिया है वह काफी चौंकाने वाला है।
कवासी लखमा न सिर्फ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री हैं। प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री खुद शराब बंदी को लेकर पहल करने की बात करते रहते हैं। इस बीच आबकारी मंत्री का यह बयान प्रदेश सरकार के वादों को ही आइना दिखा रहा है।
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