रायपुर : ‘Kheda’ wala Bakheda : आज सारे देश की नजरें छत्तीसगढ़ पर टिकीं हैं ये कहना गलत ना होगा, वजह है 24 फरवरी शुक्रवार से कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन का नवा रायपुर में आयोजन, लेकिन अधिवेशन के ठीक एक दिन पहले देश का ध्यान दिल्ली एयरपोर्ट पर हुए हंगामें पर केंद्रित हो गया। जहां इसी अधिवेशन में शामिल होने आ रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा को फ्लाइट से बड़े ही नाटकीय तरीके से उताकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मामला इतना बढ़ा कि चंद घंटों में सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। जाहिर है इस घटना पर कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार को जमकर घेरा और उतनी ही ताकत से भाजपा ने बचाव और पटलटवार भी किया । लेकिन सवाल ये कि आखिर इस सब की क्या वाकई जरूरत थी…क्या पवन खेड़ा ने इतना सीरियस क्राइम किया था।
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‘Kheda’ wala Bakheda : गुरुवार को देश की राजधानी दिल्ली से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर तक कोहराम मचा रहा। रायपुर में 24 फरवरी से कांग्रेस का अधिवेशन है। इसमें शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा दिल्ली में फ्लाइट पर चढ़े लेकिन उन्हें विमान से उतार कर गिरफ्तार कर लिया गया। इस पर कांग्रेस नेताओं ने एयरपोर्ट पर बीजेपी के खिलाफ जमकर हंगामा किया.. बात सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची..तब जाकर पवन खेड़ा को राहत मिली। इसके बाद रायपुर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में बोलने की आजादी खत्म हो रही है। देश में संविधान सुरक्षित नहीं है। कांग्रेस नेताओं पर छापे मारे जा रहे हैं और उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।
‘Kheda’ wala Bakheda : इस पूरे घटनाक्रम पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस के अधिवेशन से बीजेपी डरी हुई है इसलिए रोड़ा अटकाने का काम किया जा रहा है। वहीं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस का तो काम है आरोप लगाना, बिना अपराध के किसी को नहीं रोका जाता है।
दरअसल ये पूरा विवाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी से जुड़ा है। इसे लेकर पवन खेड़ा पर वाराणसी, लखनऊ और असम में एफआईआर दर्ज है। इसी आधार पर पवन खेड़ा के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लिया है, लेकिन पुलिस ने जगह और वक्त ऐसी चुनी, जिसपर सियासत गर्मा गई है।