बायो टॉयलेट के नाम पर बड़ा खेल, बगैर काम किए किसने कर दिया करोड़ों का भुगतान ?
Big game in the name of bio toilet, who paid crores without doing any work : रायपुर की सार्वजनिक जगहों पर बायो टायलेट लगाने के नाम पर बड़ा घालमेल सामने आया है। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर में बायो टायलेट लगाने के लिए केरला की कंपनी को करोडों रुपए भुगतान कर दिया
Bio Toilet Updates रायपुर । रायपुर की सार्वजनिक जगहों पर बायो टायलेट लगाने के नाम पर बड़ा घालमेल सामने आया है। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर में बायो टायलेट लगाने के लिए केरला की कंपनी को करोडों रुपए भुगतान कर दिया, कंपनी ने बदले में टीन के डब्बे वाले टायलेट खड़े कर दिए जो आज तक पब्लिक के लिए शुरु नहीं किए गए हैं। अब मामला उठने पर स्मार्ट सिटी के अधिकारी अजीबों गरीब जवाब दे रहे हैं।
राजधानी रायपुर में स्मार्ट सिटी ने साल 2019 के अंत में शहर के 6 सार्वजनिक जगहों पर 36 बायो टॉयलेट लगाने का टेंडर निकाला। ढाई करोड़ का टेंडर केरला की ERAM साइंटिफिक साल्यूशन को दिया गया. टेंडर के अनुसार कंपनी को टॉयलेट लगाकर दो साल तक मेंटेंनेंस भी करना था। इसके लिए स्मार्ट सिटी ने 2 करोड़ का भुगतान भी कर दिया। लेकिन दो साल बीत जाने के बावजूद कंपनी ने ज्यादातर जगह तो टॉयलेट शुरू ही नहीं किया । 1-2 जगह जहां शुरू किया वहां भी कुछ ही दिनों में बंद हो गए। हमारे संवादाता ने मौके पर जाकर इनका जायजा लिया तो चौंकाने वाले खुलासे हुए।
हमारी टीम जब इसकी पड़ताल करने पहुंची तो पाया की सभी टॉयलेट बंद हैं। दो साल से इनका दरवाजा ही नहीं खुला है। कुछ टायलेट के दरवाजे में हरे रंग की लाइट जलती दिखी तो रिपोटर्र ने उसे उम्मीद से चेक किया लेकिन वो भी बंद मिले। स्मार्ट सिटी में चल रही इन गड़बड़ियों पर नवनियुक्त सीईओ मंयक चतुर्वेदी (स्टिल फोटो IAS MAYANK ) से बात करने की कोशिश की तो अधिकारी कहते हैं कि वो तो अभी-अभी आए हैं । इसलिए जानकारी जुटाकर 15 अगस्त के बाद ही कुछ बोल पाएंगे। महापौर एजाज ढेबर ने भी जानकारी लेने की बात की. उधर बीजेपी इस पूरे मसले पर हमलावर हैं।

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