बिलासपुर। रूपयों के लालच ने एक असली पुलिस आरक्षक को नकली रेलवे पुलिस का आरक्षक बनने को मजबूर कर दिया और अब असली रेलवे पुलिस ने असली पुलिस आरक्षक को उसके तीन साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरक्षक राजा जगत कोरबा जिले के न्यायालय में अपनी सेवाएं दे रहा है।
जानकारी के अनुसार तमिलनाडू का रहने वाला डी कार्तिक नाम का व्यक्ति चांपा जिले में व्यवसाय के लिए 97 किलो चांदी लेकर आ रहा था। रात के दो बजे आरक्षक और उसके साथियों ने खुद को जीआरपी का स्टाफ बताते हुए कार्तिक को कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि ये माल चोरी का है।
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आरोपियों ने पीड़ित को जीआरपी थाने जाने की बात कहते हुए ट्रेन से उतारा और स्टेशन के बाहर खड़ी कार में बिठाकर शहर के चक्कर लगाने के बाद उसे कार से उतार दिया और फरार हो गए। इस मामले में जीआरपी चौकी में एफआईआर दर्ज की गयी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने कार की पहचान की और फिर आरोपियों तक पहुंची।
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इसके बाद जीआरपी ने जांजगीर के रहने वाले परमानंद सोनी, आरक्षक राजा जगत, कोरबा के रहने वाले विजय मरावी और कोरबा के ही रहने वाले रामअवतार जगत को गिरफ्तार कर लिया। जीआरपी ने चांदी बरामद कर ली है जिसकी कीमत लगभग 37 लाख रूपए है।