Protest Against Indian Railway: पटरियों पर दौड़ेगी सियासत की रेल.. 13 तारीख को कांग्रेस का जंगी प्रदर्शन.. ट्रेनों की बिगड़ी चाल का होगा खुला विरोध
Protest Against Indian Railway In Bilaspur
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में रेलवे को लेकर सियासत गरम है। प्रदेश कांग्रेस ने रेलवे के रवैए के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है। (Protest Against Indian Railway In Bilaspur) इस एलान के साथ ही कांग्रेस भाजपा एकबार फिर आमने- सामने आ गए हैं। कांग्रेस इसे केंद्र सरकार का षड्यंत्र बता रही है। वहीं भाजपा इसे कांग्रेस की चुनावी राजनीति से जोड़कर देख रही है।
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दरअसल, साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे में लंबे अरसे से ट्रेनों का परिचालन गड़बड़ाया हुआ है। लगातार यात्री ट्रेनें रद्द हो रही हैं। छोटे स्टेशनों में ट्रेनों का स्टॉपेज खत्म किया जा रहा है। यात्री किराया बढ़ा हुआ है। जो ट्रेन चल रही है वह भी घंटों विलंब चल रही है। आम रेल यात्री रेलवे के इस रवैए से खासा परेशान है। रेलवे अलग-अलग सेक्शन में चल रहे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को इसका कारण बताती है। लेकिन जिस तरह इससे केवल यात्री ट्रेनों का ही परिचालन प्रभावित हो रहा है उसके बाद रेलवे के इन दावों पर भी सवाल खड़े हो रहा है।
मालगाड़ियों का परिचालन लगातार जारी है। यात्री ट्रेनों को कंट्रोल कर मालगाड़ियों को चलाया जा रहा है। ट्रेनों की यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है। इसे लेकर अलग-अलग मोर्चों पर लगातार विरोध आंदोलन भी हो रहे हैं बावजूद रेलवे की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है। जिसे लेकर बिलासपुर नागरिक मंच और प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बड़े आंदोलन का ऐलान किया है।
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बिलासपुर नागरिक मंच जहां 12 सितंबर को इसके विरोध में रेल रोको आंदोलन करने जा रही है। वहीं कांग्रेस ने 9 से 13 सितंबर तक इसके विरोध में चरणबद्ध आंदोलन का रूपरेखा तैयार किया है। प्रत्येक जिलों में 9 सितंबर को प्रेस वार्ता कर कांग्रेस रेलवे व केंद्र सरकार के रवैये को लेकर मीडिया से बात करेगी। इसके बाद 10, 11 और 12 सितंबर को जन जागरण के जरिए जनता को जागरूक किया जाएगा। 13 सितंबर को जनता के साथ कांग्रेस रेलवे स्टेशनों में आंदोलन कर इसका खुलकर विरोध करेगी। इधर इस एलान के साथ ही कांग्रेस भाजपा एकबार फिर आमने- सामने आ गए हैं। कांग्रेस इसे केंद्र सरकार का षड्यंत्र बता रही है। वहीं भाजपा इसे कांग्रेस की चुनावी राजनीति से जोड़कर देख रही है।

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