Bagless Day: बस्ते के बोझ से बचेंगे बच्चे, आज पहला 'बैगलेस डे', बिना बैग के जाना होगा स्कूल |

Bagless Day: बस्ते के बोझ से बचेंगे बच्चे, आज पहला ‘बैगलेस डे’, बिना बैग के जाना होगा स्कूल

Chhattisgarh school first 'Bagless Day: प्रदेश के स्कूलों में आज से बच्चों को बैग ले जाने से राहत मिलेगी, बच्चों को बस्ते के बोझ से निजात देने के लिए शनिवार को 'बैगलेस डे' घोषित किया गया है। विभागीय निर्देश के बाद आज छत्तीसगढ़ के स्कूलों में पहला बैगलेस डे होगा।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:15 PM IST, Published Date : July 9, 2022/8:50 am IST

Chhattisgarh school first ‘Bagless Day: रायपुर। प्रदेश के स्कूलों में आज से बच्चों को बैग ले जाने से राहत मिलेगी, बच्चों को बस्ते के बोझ से निजात देने के लिए शनिवार को ‘बैगलेस डे’ घोषित किया गया है। विभागीय निर्देश के बाद आज छत्तीसगढ़ के स्कूलों में पहला बैगलेस डे होगा। इस दिन बच्चों को एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में शामिल किया जाएगा।

read more:  अमरनाथ में बादल फटने के बाद एक और प्राकृतिक आपदा, अब भूकंप से कांपी धरती, अब तक 15 की मौत 

छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के स्कूलों को शनिवार को ”बैगलेस डे” करने का फैसला किया है। ”बैगलेस डे” में बच्चे बिना बस्ते के स्कूल जाएंगे और इस दिन स्कूलों में योग, व्यायाम, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां आदि कराई जाएंगी। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि स्कूली बच्चे हर शनिवार को अब खेल-खेल में पढ़ाई करेंगे। स्कूली शिक्षा को रोचक, व्यावहारिक और अपने आस-पास के माहौल से जोड़ने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा यह कदम उठाया गया है।

read more:  पीटी उषा के बारे में ये क्या बोल गए माकपा नेता, भाजपा ने की आलोचना 

उन्होंने बताया, ”शनिवार को स्कूलों में योग, व्यायाम, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां कराई जाएंगी। इस नए कदम से बच्चों में स्कूल आने के प्रति रूचि जागृत होगी वहीं उन्हें स्कूल से जोड़े रखने में भी मदद मिलेगी। बच्चों को स्कूली शिक्षा ज्ञानवर्धक के साथ मनोरंजक भी लगेगी।”

cg school news government declared ‘Bagless Day’: अधिकारियों ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा गया है कि ”बैगलेस डे” के दिन स्कूलों में शनिवार को प्रार्थना के बाद अलग-अलग समय में योग, व्यायाम, खेल, एक दूसरे से सीखना तथा सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियां होंगी। पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूलों में व्यायाम, योग, खेल प्रतियोगिता, साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियां, मूल्य-शिक्षा, कला-शिक्षा,आदि दी जाएंगी।