जांजगीर जिले के पिहरीद गांव पहुंचे सीएम भूपेश बघेल, रेस्क्यू ऑपरेशन से सुरक्षित निकाले गए राहुल साहू के परिजनों से की मुलाकात

जांजगीर जिले के पिहरीद गांव पहुंचे सीएम भूपेश बघेल : CM Bhupesh Baghel reached Pihrid village of Janjgir district

जांजगीर जिले के पिहरीद गांव पहुंचे सीएम भूपेश बघेल, रेस्क्यू ऑपरेशन से सुरक्षित निकाले गए राहुल साहू के परिजनों से की मुलाकात
Modified Date: November 29, 2022 / 08:17 pm IST
Published Date: October 13, 2022 4:08 pm IST

रायपुर : राहुल के परिवार ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए मुख्यमंत्री बघेल का किया धन्यवादमुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन से सुरक्षित निकाले गए नन्हे राहुल के गांव पिहरीद में घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने परिजनों से चर्चा के पूर्व उस बोर स्थल का भी निरीक्षण किया जहां राहुल को बचाने के लिए बड़ा गढ्ढा खोदा गया था। निरीक्षण के दौरान विधायक रामकुमार यादव भी उपस्थित रहे।

Read More :  IIT Kanpur Recruitment: जूनियर असिस्टेंट के लिए 119 पदों पर निकली भर्ती, यहां से करें डायरेक्ट अप्लाई

राहुल के पिता राम कुमार यादव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताया कि राहुल अभी रायपुर में रहकर पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री का साल -फल भेंट कर स्वागत किया और राहुल को बचाने में मदद के लिए धन्यवाद दिया। मुलाकात के दौरान राहुल की माता गीता देवी ने भी मुख्यमंत्री से बातकर उनका आभार जताया।

 ⁠

Read More : शादी के बाद बॉलीवुड के ‘स्वीट कपल’ का पहला करवा चौथ, पर इस वजह से नहीं रखा व्रत 

गौरतलब है कि 10 जून को राहुल घर के पीछे बोरवेल के 80 फीट गहरे गड्ढे में गिर गया था। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसईसीएल, जिला व पुलिस प्रशासन के 500 लोगों ने 104 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन कर उसे बोरवेल के गड्ढे से निकाला था। राहुल को 5वें दिन 15 जून को बोरवेल से निकाला गया और उसे बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देशभर की निगाहें राहुल के स्वास्थ्य को लेकर लगी हुई थी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं इस ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी ले रहे थे।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।