Chhattisgarh News: ‘अब नहीं चलेगी तारीख पर तारीख, फील्ड में दिखाएं सक्रियता’.. सीएम साय ने इस संभाग के अधिकारियों को दी सख्त हिदायत

'अब नहीं चलेगी तारीख पर तारीख, फील्ड में दिखाएं सक्रियता'.. CM Sai gave strict instructions to the officers of this division

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Modified Date: May 22, 2025 / 07:30 PM IST
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Published Date: May 22, 2025 7:29 pm IST

रायपुरः Chhattisgarh News: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज सुशासन तिहार के अंतर्गत अम्बिकापुर में सरगुजा, बलरामपुर-रामानुजगंज और जशपुर जिलों में योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जनहितकारी शासकीय योजनाओं को बेहतर तरीके से अमलीजामा पहनाने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों से टीम भावना से कार्य करते हुए वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि सुशासन तिहार के पहले चरण में प्रदेशभर से लगभग 40 लाख आवेदन प्राप्त हुए, जिनका समाधान दूसरे चरण में किया गया। अब तीसरे चरण में वे स्वयं जिलों का दौरा कर आम जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं।

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जनता के प्रति जवाबदेह बनें अधिकारी

Chhattisgarh News: मुख्यमंत्री ने तीनों जिलों के कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और अन्य अधिकारियों से कहा कि वे जनता के सेवक हैं, उनकी जिम्मेदारी है कि समस्याओं का समयबद्ध तरीके से समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से फील्ड का दौरा करें, जनता के सुख-दुख में शामिल हों और शिकायतों के निपटारे में पेशियों की अनावश्यक तारीखें देना बंद करें। उन्होंने कहा कि राजस्व से संबंधित प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही अवैध रेत खनन के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाए।

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बुनियादी जरूरतों पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यदि कहीं पेयजल संकट की स्थिति बनती है, तो इसका तत्काल समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि तालाबों को सूखने से बचाने और ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्रोतों की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि बारिश शुरू होने से पहले किसानों को खाद-बीज की कमी न हो, इसके लिए विशेष निगरानी रखी जाए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बनने वाली सड़कों, पीएम आवासों तथा जिलों में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने और उनकी नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए। गर्मी और बरसात के मौसम में मौसमी बीमारियों और सांप काटने की घटनाओं की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में दवाइयों और एंटी-स्नेक वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।

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वनाधिकार और अतिक्रमण के मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वनाधिकार पट्टों की समीक्षा राजस्व, आदिवासी विकास और वन विभाग संयुक्त रूप से करें और केवल पात्र हितग्राहियों को ही पट्टा प्रदान किया जाए। उन्होंने अवैध पट्टा धारकों और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही सीमावर्ती जिलों में अवैध रूप से निवास कर रहे लोगों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा। समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री राम विचार नेताम, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री मती लक्ष्मी राजवाड़े, सरगुज़ा सांसद चिंतामणि महाराज, विधायक राजेश अग्रवाल, प्रबोध मिंज, राम कुमार टोप्पो, भैयालाल राजवाड़े, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सरगुजा कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, सरगुजा आईजी दीपक झा सहित सरगुज़ा, बलरामपुर-रामानुजगंज एवं जशपुर जिले के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 'तारीख पर तारीख' वाला बयान किस संदर्भ में दिया?

उन्होंने यह बात अधिकारियों को जन शिकायतों और राजस्व मामलों के निराकरण में अनावश्यक देरी पर चेतावनी देते हुए कही, ताकि समस्याओं का समयबद्ध समाधान हो।

सुशासन तिहार क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?

सुशासन तिहार एक सरकारी अभियान है जिसका उद्देश्य जनहित योजनाओं की समीक्षा, आम जनता से सीधा संवाद और शासन की जवाबदेही सुनिश्चित करना है।

मुख्यमंत्री ने किन मुख्य मुद्दों पर अधिकारियों को निर्देश दिए?

जल संकट, खाद-बीज की आपूर्ति, अवैध रेत खनन, वनाधिकार, स्वास्थ्य सेवाएं, निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और सीमावर्ती अतिक्रमण की रोकथाम जैसे विषयों पर।

वनाधिकार पट्टों को लेकर क्या निर्देश दिए गए?

केवल पात्र हितग्राहियों को ही वनाधिकार पट्टे दिए जाएं। अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

क्या किसानों के लिए भी कुछ निर्देश दिए गए हैं?

हां, किसानों को बारिश से पहले खाद और बीज की कमी न हो, इसके लिए विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।