‘कुछ पढ़ाई-लिखाई किया करें अजय चंद्राकर, सदन से लेकर सड़क तक करते हैं अपशब्दों का प्रयोग’.., इस मामले को लेकर कांग्रेस विधायक ने किया पलटवार

Congress MLA Gulab Kamro advised Ajay Chandrakar to study

‘कुछ पढ़ाई-लिखाई किया करें अजय चंद्राकर, सदन से लेकर सड़क तक करते हैं अपशब्दों का प्रयोग’.., इस मामले को लेकर कांग्रेस विधायक ने किया पलटवार

Gulab Kamro advised Ajay Chandrakar

Modified Date: December 13, 2022 / 04:18 pm IST
Published Date: December 13, 2022 4:18 pm IST

को​रिया: Gulab Kamro advised Ajay Chandrakar  मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया के विवादित बयान को लेकर अब छत्तीसगढ़ में भी सियासत गरमाने लगी है। इस मामले को भाजपा नेता अजय चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ में हुए भानुप्रतापपुर उपचुनाव से जोड़ते ट्वीटर पर कई सवाल खड़े किए थे। अजय चंद्राकर के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए कांग्रेस विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि अजय चंद्राकर प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल के काम को देखकर दिमागी रूप से विचलित हो गए हैं। अजय चंद्राकर को कुछ पढ़ाई लिखाई भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अजय चंद्राकर का अमर्यादित शब्दों से पुराना नाता रहा है। विस से लेकर सड़क तक अपशब्दों का उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि संस्कारी पार्टी के नेता बनते हैं और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं।

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कोर्ट ने खारिज की पटेरिया की जमानत याचिका

Gulab Kamro advised Ajay Chandrakar  बता दें कि PM मोदी की हत्या की बात कहने वाले MP के कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया की जमानत याचिका खारिज करते हुए कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया है। इसके बाद कोर्ट से बाहर निकलने के दौरान पटेरिया ने विक्ट्री साइन दिखाया। पुलिस ने पटेरिया को मंगलवार सुबह 5.30 बजे उनके घर से गिरफ्तार किया। पटेरिया अपने गृहनगर दमोह के हटा में थे। पुलिस ने उन्हें यहीं से अरेस्ट किया।

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पटेरिया जब कोर्ट से बाहर निकल रहे थे तो उन्होंने विक्ट्री साइन दिखाया और कहा, ये विचारधारा की लड़ाई है। मैंने वो शब्द नहीं कहे थे। मैं महात्मा गांधी का अनुयायी हूं। इससे पहले 11 दिसंबर को उन्होंने एक सभा में कहा था, ‘अगर लोकतंत्र को बचाना है तो मोदी की हत्या को तत्पर रहो। इन द सेंस हराने का काम करो।’

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लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।