‘सम्मेलनों’ की पूर्णाहुति.. क्या तय हुई रणनीति? क्या अपनी रणनीति से पिछली जीत को रिपीट कर पाएगी कांग्रेस?
Congress's divisional conference ends, TS Sinhdev and Bhupesh seen together
Congress's divisional conference ends
रायपुरः Congress’s divisional conference ends छत्तीसगढ़ कांग्रेस चुनावी संग्राम में इस बार 75 पार के लक्ष्य पर काम कर रही है। संभागीय सम्मेलन के जरिए कार्यकर्ताओं के साथ जिला और ब्लॉक स्तर तक के अध्यक्षों और पदाधिकारियों को रिचार्ज किया गया और अब जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं का संकल्प शिविर करने जा रही है। आखिरी दिन अबिकापुर में कांग्रेस ने गुटबाजी की सभी बातों को सिरे से नकार दिया। इधर, भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के इस संभागीय सम्मेलन को सरकारी संबंध सम्मेलन कह रही है। BJP ने निशाना साधा कि सम्मेलन दिल्ली के नेताओं की आंखों में धूल झोंकने के लिए है। तो कांग्रेस को इस संभागीय सम्मेलन से क्या मिला.. और उनकी रणनीति का भाजपा के पास क्या जवाब होगा।
Read More : एक सामान की कमी और टूट गया रिश्ता, लड़की ने सबके सामने निकाह से किया इनकार
Congress’s divisional conference ends छत्तीसगढ़ के चुनावी संग्राम में सियासी दल अपनी-अपनी ताकत झोंक रहे हैं। दूसरे की कमजोरी पर वार और खुद को मजबूत करने की रणनीति पर जोर है। कांग्रेस ने प्रदेश भर में अपने संभागीय सम्मेलन के जरिए कार्यकर्ताओं से फीड बैक लिया उन्हें रिचार्ज किया। जहां नाराजगी दिखी, वहां एकजुटता का संकल्प दिलाया ताकि ये नाराजगी सत्ता की राह में रोड़ा न बन जाए। अंबिकापुर में संभागीय सम्मेलन का समापन हुआ। जहां संदेश देने की कोशिश की गई कि सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल है कोई गुटबाजी नहीं। CM भूपेश ने कहा कि जय और वीरू मिलकर काम कर रहे हैं।
सम्मेलन में टीएस सिंहदेव ने कहा कि उनके और सीएम भूपेश बघेल के बीच कोई मतभेद नहीं है। कुछ लोगों ने मतभेदों का फायदा उठाने की कोशिश की लेकिन वे इस खेल में पूरी तरह सफल नहीं हो सके। सिंहदेव ने ये भी कहा कि ऐसी कोई जगह नहीं, जहां से ऑफर नहीं आया, लेकिन वो कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। इधर, भाजपा कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन की रणनीति को फेल बता रही है। संभागीय सम्मेलन को लेकर भाजपा ने कांग्रेस की जो घेरेबंदी की उस पर कांग्रेस नेताओं ने पलटवार किया है।
पहले भेंट मुलाकात के जरिए CM भूपेश जनता के बीच पहुंचे। अब संभागीय सम्मेलन के जरिए कार्यकर्ताओं के बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इस बार जीत के लिए 75 पार का लक्ष्य रखा है। इसलिए वो बूथ स्तर तक की रणनीति पर फोकस कर रही है। सरगुजा में पिछली बार कांग्रेस ने 12 की 12 सीटें जीती थीं और यहीं पर संभागीय सम्मेलन का समापन भी हुआ। देखना होगा कि एकजुटता के साथ जीत के संकल्प की राह ये सम्मेलन कामयाब कर पाता है या नहीं और भाजपा के तरकश में कौन से तीर हैं, जिनसे वो कांग्रेस की रणनीति का पुरजोर जवाब दे पाएगी?

Facebook



