CG Naxal News: लगातार ऑपरेशन से टूटी नक्सलियों की कमर, सीजफायर और शांति वार्ता के लिए जारी किया एक और प्रेस नोट, सरकार के सामने रखी ये शर्त

लगातार ऑपरेशन से टूटी नक्सलियों की कमर! Continuous operations have broken the back of Naxalites, another press note issued

CG Naxal News: लगातार ऑपरेशन से टूटी नक्सलियों की कमर, सीजफायर और शांति वार्ता के लिए जारी किया एक और प्रेस नोट, सरकार के सामने रखी ये शर्त

Bijapur Naxal News। Image Source: File Photo

Modified Date: April 10, 2025 / 12:07 am IST
Published Date: April 9, 2025 6:18 pm IST
HIGHLIGHTS
  • नक्सलियों ने शांति वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाने की अपील की।
  • बस्तर में हो रहे हत्याकांड रुकने और सकारात्मक वातावरण बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
  • छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलियों की मांग को नकारते हुए अपने तरीके को जारी रखने का निर्णय लिया।

सुकमाः CG Naxal News: सुरक्षाबलों की ओर से की जा रही लगातार कार्रवाई से नक्सली अब बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। बड़े लीडरों के मारे जाने के बाद माओवादियों की कमर टूट गई है। यहीं वजह है कि नक्सली अब शांति वार्ता के लिए तैयार हो रहे हैं। इस बीच अब एक बार फिर नक्सलियों ने प्रेस जारी कर सीजफायर और शांति वार्ता की अपील है। सुरक्षाबलों के ऑपरेशन कगार को रोकने की मांग की है। नक्सलियों ने प्रेस नोट में कहा है कि वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाया जाए। बस्तर में हो रहे हत्याकांड रूकने चाहिए। वार्ता की प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी है, यह सरकार की जिम्मेदारी है।

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नक्सली बोले- अनुकूल माहौल के बिना वार्ता संभव नहीं

CG Naxal News: उत्तर-पश्चिम सब जोनल ब्यूरो की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि हमारे केंद्रीय कमेटी तरफ से हाल ही में शांति वार्ता को लेकर एक बयान जारी हुआ। उस बयान में भी यही अनुरोध किया गया कि वार्ता के लिए अनुकूल माहौल चाहिए, छत्तीसगढ़ की उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा जी ने इस पर प्रतिक्रिया दी। हमारी केंद्रीय कमेटी के ‘अनुकूल माहौल बनाने की मांग को उन्होंने इंकार किया। लेकिन अनुकूल माहौल के बिना वार्ता संभव नहीं होंगे, यह सभी जानते। फिर इसका मतलब यह है कि सरकार ने अभी जो तरीका अपनाया है उसे ही जारी रखना चाहती, इसका विरोध होनी चाहिए। सरकार की आत्मसमर्पण नीति को समस्या का पूर्ण परिष्कार के रूप में बताने का भी विरोध होनी चाहिए।

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देखें नक्सलियों की ओर से जारी पत्र


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।