Dhamtari News: छत्तीसगढ़ में शव को नहीं दिया दफनाने तो धर्मांतरित परिवार ने लिया घर वापसी का फैसला, इस रीति-रिवाज से होगा अंतिम संस्कार

छत्तीसगढ़ में शव को नहीं दिया दफनाने तो धर्मांतरित परिवार ने लिया घर वापसी का फैसला, Converted family decided to return home after their body was denied burial In Chhattisgarh

Dhamtari News: छत्तीसगढ़ में शव को नहीं दिया दफनाने तो धर्मांतरित परिवार ने लिया घर वापसी का फैसला, इस रीति-रिवाज से होगा अंतिम संस्कार
Modified Date: December 26, 2025 / 12:07 am IST
Published Date: December 26, 2025 12:04 am IST

धमतरीः Dhamtari News: धर्मांतरित महिला के शव दफनाने को लेकर धमतरी जिले में चल रहा विवाद अब थमता नजर आ रहा है। विरोध के बाद महिला के परिजन शव को लेकर उसके गृह ग्राम बोराई पहुंचे, जहां दोनों पक्षों के बीच सहमति बनने के बाद मामला सुलझ गया। जानकारी के अनुसार, परिजनों ने हिंदू धर्म में वापसी (घर वापसी) का फैसला लिया है और इसकी लिखित सहमति भी प्रशासन को सौंप दी है। तय हुआ है कि महिला का अंतिम संस्कार कल हिंदू रीति-रिवाज से किया जाएगा।

गांव में बन गई थी तनाव की स्थिति

Dhamtari News: जानकारी के अनुसार, ग्राम बोराई के साहू परिवार की एक महिला की 24 दिसंबर को मौत हो गई। परिवार के लोग जब महिला के शव को बोराई गांव में दफनाने पहुंचे तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि महिला ने धर्मांतरित हो गई थी और उस पर धर्मांतरण करने का आरोप था। ग्रामीणों की मांग थी कि शव को वहां न दफनाया जाए, जिससे गांव में तनाव की स्थिति बन गई।

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर बवाल

बता दें कि कुछ दिन पहले कांकेर जिले के आमाबेड़ा क्षेत्र के बड़े तेवड़ा गांव में शव दफनाने को लेकर आदिवासी और धर्मांतरित समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। आदिवासी समाज के लोग ईसाइयों को डंडे मारकर भगा रहे थे। इसके जवाब में धर्मांतरित समुदाय के लोगों ने आदिवासी समाज के लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस गुस्साए आदिवासियों ने सरपंच के घर में तोड़फोड़ कर दी। इसके बाद आदिवासी समाज के लोगों ने गांव के चर्च में आग लगा दी। ग्रामीण इसके बाद भी नहीं रुके। 3 हजार से ज्यादा की भीड़ आमाबेड़ा पहुंच गई।

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