शह मात The Big Debate: ‘SIR’ मैदान में.. सियासत उलझी घसासान में! छत्तीसगढ़ में फिर शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का दौर, आखिर कांग्रेस को विशेष गहन पुनरीक्षण पर इतना एतराज क्यों?

'SIR' मैदान में.. सियासत उलझी घसासान में! Election Commission has also started the process of SIR in Chhattisgarh

शह मात The Big Debate: ‘SIR’ मैदान में.. सियासत उलझी घसासान में! छत्तीसगढ़ में फिर शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का दौर, आखिर कांग्रेस को विशेष गहन पुनरीक्षण पर इतना एतराज क्यों?

CG News. Image Source- IBC24

Modified Date: October 29, 2025 / 12:04 am IST
Published Date: October 28, 2025 11:47 pm IST

रायपुरः CG News : बिहार के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी चुनाव आयोग SIR की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है, जिसका उद्देश्य मतदाता सूची में सटीक बनाए रखना है। ताकि कोई भी पात्र वोटर छूट न पाए और कोई अपात्र वोटर जुड़ न सके, लेकिन अब बिहार के बाद छत्तीसगढ़ में भी इसे लेकर सियासत शुरू हो चुकी है। बीजेपी ने इस फैसले का स्वागत किया है तो कांग्रेस ने चुनाव आयोग की नीयत पर सवाल उठाए हैं। आखिर कांग्रेस के विरोध की वजह क्या है? बीजेपी के समर्थन वाले तर्क के पीछे का आधार क्या है?

CG News :  बिहार के बाद छत्तीसगढ़ में भी वोटर लिस्ट की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। SIR की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही इस पर सियासी संग्राम तेज हो गया है। बीजेपी ने निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत किया है और इसे अच्छा कदम बताया है। फैसले का विरोध करते हुए कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर BJP के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया है। 

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उधर, SIR के लिए राज्य निर्वाचन आय़ोग ने ट्रेनिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो 3 नवंबर तक चलेगी। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक BLO घर-घर जाकर सर्वे करेंगे। 9 दिसंबर से 8 जनवरी तक आपत्ति ली जाएगी और 7 फरवरी को मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। हालांकि छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोकसभा चुनाव काफी दूर है, लेकिन इसे निर्वाचन आयोग की चुनाव पूर्व तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि विपक्ष सरकार पर वोट चोरी के आरोप लगाता रहा है।

 

 


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।