मोहनदास मानिकपुरी, बालोद:
No irrigation facilities in the fields एक तरफ जहां बारिश के कारण नदी नाले उफानों पर हैं कुछ जगह पर तो बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं तो प्रदेश के कुछ गांव ऐसे भी हैं जो बारिश के पानी के कारण टापू में तबदील हो गए हैं। लेकिन बालोद जिला के डोंडी ब्लॉक में इस बार ग्रामीण किसान अपने खेतों में धान की फसल को लेकर बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं। पिछले 20 दिनों से बारिश नहीं होने के कारण खेत सुख चुके हैं। ज्यादातार खेतों में दरारे आ चुकी है। पर्याप्त में पानी के अभाव में धान की फसल पूरी तरह नुकसान होने की कगार पर है, जिन खेतों में सिंचाई की सुविधा है। वहां धान की फसल कुछ ठीक स्थिति में है लेकिन जिन खेतों में सिंचाई की सुविधा नहीं है ऐसे किसान चाह कर भी अपनी फसलों को बचाने कुछ नही कर पा रहे हैं।
No irrigation facilities in the fields बता दें कि जिले के इस डोंडी ब्लॉक में सिंचाई की सुविधा नहीं है। ज्यादातर किसान अपनी खेती कार्य के लिए बारिश के भरोसे रहते हैं। कुछ ही किसान ऐसे हैं जो बोर या अन्य साधन से सिंचाई करते हैं। अभी इस क्षेत्र में खेती कार्य को लेकर ग्रामीण किसान बेहद परेशान हैं और बारिश होने की आस लगाए बैठे हैं। ताकि उनके बर्बाद हो रहे धान की फसल बर्बादी से बच सकें।