रबी सीजन में धान की फसल पर सरकार ने लगाई रोक! सीएम साय ने विपक्ष के आरोपों पर दिया जवाब

paddy cultivation in Rabi season in chhattisgarh: कांग्रेस ने रबी सीजन में धान की खेती पर रोक लगाने का आरोप सरकार पर लगाया था, इसी को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने स्पष्टीकरण दिया है।

रबी सीजन में धान की फसल पर सरकार ने लगाई रोक! सीएम साय ने विपक्ष के आरोपों पर दिया जवाब
Modified Date: November 20, 2024 / 05:28 pm IST
Published Date: November 20, 2024 5:26 pm IST

रायपुर: paddy cultivation in Rabi season in chhattisgarh, रबी सीजन में धान की फसल पर CM विष्णु देव साय ने कहा है कि किसान निश्चिंत होकर गर्मी में धान की फसल लगाएं। रबी सीजन में धान की फसल पर कोई रोक नहीं है। विपक्ष की बात पूरी तरह निराधार और फर्जी है। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के हित के लिए समर्पित है। दरअसल, कांग्रेस ने रबी सीजन में धान की खेती पर रोक लगाने का आरोप सरकार पर लगाया था, इसी को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने स्पष्टीकरण दिया है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन कुछ जगहों से 21 क्विंटल की धान खरीदी नहीं होने की शिकायत आ रही है। तो वहीं किसानों को धान का एकमुश्त राशि 3100 रुपए इस साल भी नहीं मिलने वाला है। दोनों मुद्दों पर अब कृषि मंत्री और नेता प्रतिपक्ष आमने-सामने हैं।

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एक ऐसा ही मामला सामने आया है, मुंगेली जिले के गांव में 21 क्विंटल धान खरीदी नहीं होने के कारण किसान चक्काजाम में बैठे थे। इसी तरह की स्थिति कुछ अन्य जगहों पर भी देखने को मिल रही है। जिस पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत राज्य सरकार पर किसानों से वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं।

चरणदास महंत ने बताया की कोरबा के पाली क्षेत्र में किसानों से अनावरी रिपोर्ट के आधार पर धान खरीदी हो रही है। जिसके तहत किसानों से मात्र 12, 13 या 15 क्विंटल ही प्रति एकड़ खरीदी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने चुनाव के दौरान धान की राशि ₹3100 एकमुश्त देने की बात कही थी। लेकिन आज धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य ही दिया जा रहा है।

नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर कृषि मंत्री राम विचार नेताम का बयान

नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर कृषि मंत्री राम विचार नेताम का बयान सामने आए हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस गलत जानकारी दे रही है। सभी धान खरीदी केंद्रों में एक सिस्टम के तरह धान खरीदी हो रही है। किसानों से 21 क्विंटल धान ही खरीदी कर रहे हैं। वहीं उन्होंने धान के एकमुश्त राशि 3100 रुपए नहीं दिए जाने पर कहा कि कांग्रेस किसानों को चार किस्तों में राशि देती थी। किसानों को इसके लिए कितना घूमना पड़ता था जो आज कांग्रेसी इसे मुद्दा बना रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी किसान को राशि की जरूरत है तो ₹10000 तक नगद धान खरीदी केंद्र से ले सकते हैं।

कुल मिलाकर एक बार फिर से किसानों को धान की एक मुश्त राशि नहीं मिलने जा रही है। यह पहला मौका नहीं है जब किसानों से किया गया वादा पूरा नहीं हो रहा है। इससे पहले भी कांग्रेस की सरकार चार किस्तों में धान की राशि देकर किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। तो वहीं 21 क्विंटल धान खरीदी नहीं होने की कुछ शिकायतों पर संबंधित विभाग को तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए। ताकि किसानों को उनके मेहनत का लाभ मिल सके।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com