#SwarnaSharda2023: पढ़ाई के लिए छोड़ा घर-आँगन, जिले में टॉप कर अर्चना ने रचा इतिहास..

#SwarnaSharda2023: पढ़ाई के लिए छोड़ा घर-आँगन, जिले में टॉप कर अर्चना ने रचा इतिहास..

IBC24 Swarna Sharda 2023

Modified Date: July 31, 2023 / 06:31 pm IST
Published Date: July 31, 2023 6:31 pm IST

IBC24 Swarna Sharda 2023: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल केवल प्रदेश ही नहीं दूसरे राज्यों के बच्चों के लिए भी वरदान साबित हो रहे हैं। मूलतः झारखंड की रहने वाली अर्चना गुप्ता ने दसवीं तक की पढ़ाई झारखंड में की लेकिन उसे आगे की पढ़ाई वाणिज्य संकाय में करनी थी और यह विषय वहां उसे मिल नहीं रहा था इसलिए अर्चना ने बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में रहने वाली अपनी नानी के घर का रुख किया।

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रामानुजगंज के स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में उसने दाखिला लिया और पढ़ाई में खूब मेहनत की। अपनी मेहनत और व्यवहार के कारन वह स्कूल में शिक्षकों की भी प्रिय है। अर्चना ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की बारहवीं की परीक्षा में पूरे जिले अव्वल आकर जिले का मान बढ़ाया है इस सफलता श्रेय वह अपने परिवार और गुरुजनों को देती है। अर्चना के पिता श्याम किशोर गुप्ता एक छोटे व्यापारी हैं और उनकी बहुत ज्यादा आमदनी भी नहीं है फिर भी उन्होंने अपने बच्चों के भविष्य के साथ कभी समझौता नहीं किया।

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IBC24 Swarna Sharda 2023: अर्चना की बड़ी बहन ईशा गुप्ता सीए और उसका बड़ा भाई इंजीनियरिंग की पढाई कर रहे हैं। अर्चना को भी सीए की पढ़ाई करनी है। पढाई में शुरू से होशियार अर्चना ने बारहवीं में अच्छे नंबर लाने के लिए रोज सात से आठ घंटे तक पढ़ाई की। पढाई से वक्त निकालकर वह कैरम खेलती है और साइकल चलाती है। रामानुजगंज में उसकी नानी का घर बहुत बड़ा नहीं है इसलिए उसने घर की छत में अपना स्टडी रूम बनाया और खूब मेहनत की। अर्चना कहती है कि उनका परिवार मध्यमवर्गीय है पिता की आय भी सामान्य है फिर भी उन्होंने बीटा बेटी में कभी भेद नहीं किया दोनों को ही बराबरी से शिक्षा दिलाई। अर्चना चाहती है कि वह सीए बनकर एक बेटे की तरह अपने पिता का सहयोग करे।

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