CG Assembly Winter Session 2nd Day: सदन में गूंजा जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार का मुद्दा, अपने विधायक के सवालों पर घिरे डिप्टी सीएम साव, कही ये बात
सदन में गूंजा जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार का मुद्दा, अपने विधायक के सवालों पर घिरे डिप्टी सीएम साव, Issue of corruption in Jal Jeevan Mission echoed in Chhattisgarh assembly
CG Assembly Winter Session 2nd Day
रायपुरः CG Assembly Winter Session 2nd Day छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। प्रश्नकाल की शुरुआत जल जीवन मिशन में हुई भ्रष्टाचार के मुद्दे के साथ हुआ। भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने इस मुद्दे को उठाया। धरमलाल कौशिक ने कहा कि भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई, लेकिन सिर्फ अनुबंध निरस्त हुआ है। फर्जी कूट रचित दस्तावेज के आधार पर अरबों का काम लिया गया। ऐसे में ब्लैकलिस्ट करना ही काफी नहीं है। उन्होंने ED से जांच और FIR दर्ज करने की मांग की। धरमलाल कौशिक के सवालों पर घिरे मंत्री अरुण साव ने कहा कि जांच समिति जांच कर रही है। रिपोर्ट आएगी तो कठोर करवाई होगी। धरमलाल कौशिक ने समय सीमा बताने की मांग की।
CG Assembly Winter Session 2nd Day प्रश्नकाल के दौरान ही भाजपा के वरिष्ठ नेता और कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने रायपुर स्मार्ट सिटी के कामकाज का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक के बाद एक कई सवाल दागे। उन्होने परिशिष्ठ में दिए गए जानकारियों पर सवाल उठाया। प्रगतिरत सूची में 100 प्रतिशत पूर्ण कामों के नाम दिए जाने पर स्पष्टीकरण मांगा। मंत्री साव ने कहा कि वह भौतिक प्रगति का है, अभी भुगतान नहीं हुआ है। चंद्राकर ने पूछा कि रायपुर स्मार्ट सिटी के अंतर्गत कितने कार्यों की कितनी बार पुनरीक्षित स्वीकृति दी गई? मंत्री साव ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि 230 कार्यों में 56 कार्यों को पुनरीक्षित स्वीकृति दी गई है। अजय चंद्राकर के पूरक सवालों पर मंत्री साव जवाब नहीं दे सके और बाद में जानकारी देने की बात कही। अजय चंद्राकर ने फिर पूछा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में चौबीसों घंटे पानी देने का प्लान है। 2016 से यह परियोजना लागू है। इसे कब तक पूरा किया जाएगा। कितने घरों तक पानी पहुंचाया जाएगा। अभी कितना प्रतिशत काम पूरा हुआ है। मंत्री ने कहा कि 24 घटों पानी देने की योजना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 2016 से शामिल है। इसके लिए 158.59 करोड़ की राशि स्वीकृत है। कार्यादेश 31 मार्च 2022 को जारी किया गया है। आज की तिथि में109.61 खर्च हुआ है। 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
अजय चंद्राकर ने बूढ़ा तालाब सौंदर्यीकरण का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने पूछा कि बूढ़ातालाब में किन-किन मदो का इस्तेमाल हुआ। एजेंसी कौन कौन थी। उन्होंने पूर्ण-अपूर्ण कार्यों की जानकारी मांगी। मंत्री साव ने इसके जवाब में कहा कि यहां 35.07 करोड़ के 30 स्वीकृत हुए थे। 29 कार्य पूर्ण हो गए हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर एक को पहले बंद किया गया। अजय चंद्राकर ने इस आपत्ति जताई और फिर से सवाल दोहराया। इस पर मंत्री साव ने कहा कि सभी मद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट अजय चंद्राकर ने कि इसमें अलग अलग मद का इस्तेमाल हुआ है। आपने कई कामों को पूरा बताया है, लेकिन अभी भी अधूरे हैं। उन्होंने कहा कि रायपुर के चारो विधायकों से समक्ष जांच कराएंगे क्या? मंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से काम का परीक्षण कराएंगे। रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मुणत ने कहा कि बूढ़ातालाब में तीन एजेंसियों ने काम किया। स्मार्ट सिटी कह रहा है कि काम पूरा हुआ है तो 6 करोड़ का फौव्वारा चालू क्यों नहीं हो पाया। एक तालाब के अंदर तीन एजेंसियों ने काम किया, लेकिन काम अपूर्ण है। तीनों एजेंसियों ने क्या-क्या काम करवाएं हैं। इसकी जांच कराएंगे क्या?

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