Sharab Dukan kab Band Rahega: छत्तीसगढ़: शराब दुकानों को बंद रखने का आदेश, प्रशासन ने इस वजह से लिया बड़ा फैसला

Sharab Dukan kab Band Rahega: छत्तीसगढ़: शराब दुकानों को बंद रखने का आदेश, प्रशासन ने इस वजह से लिया बड़ा फैसला

Sharab Dukan kab Band Rahega: छत्तीसगढ़: शराब दुकानों को बंद रखने का आदेश, प्रशासन ने इस वजह से लिया बड़ा फैसला

Sharab Dukan kab Band Rahega: छत्तीसगढ़: शराब दुकानों को बंद रखने का आदेश, प्रशासन ने इस वजह से लिया बड़ा फैसला / Image: File

Modified Date: December 9, 2025 / 10:33 am IST
Published Date: December 9, 2025 10:32 am IST
HIGHLIGHTS
  • गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर बंद रहेंगी शराब दुकानें
  • कलेक्टर ने कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं
  • देशी, विदेशी मदिरा की फुटकर दुकानों, क्लब और सैनिक कैन्टीन को इस दिन पूर्णतः बंद रखा जाएगा

कांकेर: Sharab Dukan kab Band Rahega छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में 18 दिसंबर को प्रमुख समाज सुधारक और सतनामी संप्रदाय के संस्थापक गुरु घासीदास की जयंती के तौर पर मनाया जाता है। इस मौके पर प्रदेश में सरकारी छुट्टी रहती है। साथ ही प्रदेश में शुष्क दिवस घोषित किया जाता है। हर साल की भांति भी इस साल भी प्रशासन ने प्रदेश के शराब दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया है।

Sharab Dukan kab Band Rahega कांकेर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर द्वारा गुरू घासीदास जयंती के अवसर पर आगामी 18 दिसम्बर 2025 को शुष्क दिवस घोषित किया गया है। इस दिन जिले की समस्त देशी, विदेशी मदिरा की फुटकर दुकानों, एफ.एल.4 (क) व्यवसायिक क्लब एवं एफ.एल.7, सैनिक कैन्टीन को पूर्णतः बंद रखे जाने आदेशित किया गया है। कलेक्टर द्वारा शुष्क दिवस को जिले में अवैध मदिरा संग्रहण, विनिर्माण, परिवहन व विक्रय पर पूर्णतः नियंत्रण रखने के लिए जिला आबकारी अधिकारी को आदेशित किया गया है।

बता दें कि गुरु घासीदास जयंती भारत में प्रमुख समाज सुधारक और सतनामी संप्रदाय के संस्थापक गुरु घासीदास के जीवन और शिक्षाओं का सम्मान करने के लिए मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण अवसर है। 18 दिसंबर, 1756 को छत्तीसगढ़ राज्य में जन्मे गुरु घासीदास ने अपना जीवन सत्य, समानता और सामाजिक न्याय के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने उत्पीड़ित समुदायों के उत्थान और सुधार के लिए काम किया और सभी के लिए एकता और समानता की शिक्षा में विश्वास किया। उनकी शिक्षाएं पीढ़ियों से लोगों को प्रेरित करती आ रही हैं, जो एकता, ईमानदारी और ईमानदारी और करुणा से भरा जीवन जीने के महत्व पर केंद्रित हैं।

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