Saraipali News: महीनों से स्कूल में ताला लगने से खतरे में आया बच्चों का भविष्य, इस वजह से पढ़ाई नहीं करना चाहते बच्चे
महीनों से स्कूल में ताला लगने से खतरे में आया बच्चों का भविष्य, इस वजह से पढ़ाई नहीं करना चाहते बच्चे The future of children is in danger due to the closure of the school
Children boycotting the school premises demanding to stop the transfer of head teacher
The future of children is in danger due to the closure of the school: सरायपाली। विकासखण्ड के कलेंण्डा शासकीय उच्च प्राथमिक शाला में पिछले 55 दिनों से ताला लगा है, जिससे सैकड़ों बच्चों का भविष्य खतरे में है। स्कूल में गांव का एक भी बच्चे पढ़ने नहीं आ रहे है। दरअसल, स्कूल में पदस्थ प्रधान पाठक शिक्षक शंकर साहू का स्थानांतरण होने से विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं ने स्थानांतरण रोकने की मांग करते हुए स्कूल परिसर का बहिष्कार कर दिया है।
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छात्रों और पालकों का कहना है की जब तक शिक्षक शंकर साहू को पुनः इस स्कूल में नहीं लाया जाता, तब तक वे स्कूल नहीं आएंगे। शिक्षक शंकर साहू के स्थानांतरण को लेकर विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं, पलकगणों और ग्रामीणों में मायूसी का माहौल बना हुआ है। स्थानिय लोगों ने बताया की गांव मे शंकर साहू ऐसा पहला शिक्षक प्रधान पाठक है, जो निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। जब कोई बच्चा स्कूल नहीं पहुंचता, तो शिक्षक प्रधान पाठक खुद बच्चों के घर पहुंच जाते थे तथा जरूरतमंद बच्चों को कापी पेन सहित अन्य जरूरत की वस्तुओं को स्वयं के पैसे से बच्चों को देते थे।
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The future of children is in danger due to the closure of the school: विद्यालय के सभी विद्यार्थी को अपने स्वयं के बच्चे जैसे परवरिश कर खुद शिक्षा देते थे। इधर ग्रामीण शिक्षक का तबादला रोकने स्थानीय विधायक, जिला शिक्षा अधिकारी, कलेक्टर सभी के दफतरों के चक्कर लगा चुके है किन्तु अब तक शिक्षक का तबादला नहीं रूक सका है, जिससे ग्रामीण आक्रोशित दिखाई दे रहे है। IBC24 से भूषण साहू की रिपोर्ट

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