Reported By: Jitendra Gaikwad
,Mohalla-Manpur News/ Image Credit: IBC24
मोहला-मानपुर। Mohalla-Manpur News: ना बेंच, ना ब्लैकबोर्ड और ना ही स्कूल भवन। ये कोई कहानी नहीं, हकीकत है मोहला ब्लाक के बिरसिंग टोला गांव की, जहां बीते 5 सालों से बच्चों की पढ़ाई एक सामुदायिक भवन के एक कमरे में सिमटी हुई है। प्रशासनिक चुप्पी, नेताओं के वादे और अफसरों की बेरुखी ने इस गांव के भविष्य को इंतजार में डाल दिया है।
सरकारी शिक्षा व्यवस्था की खामियां एक बार फिर उजागर हो गई हैं।
दरअसल, मोहला विकाशखंड के प्राथमिक शाला बिरसिंग टोला के पहली से लेकर पाँचवी तक की कक्षाओं के 17 बच्चों को जर्ज़र भवन के चलते सामुदायिक भवन के एक ही कक्ष में बीते पांच सालों से पढ़ाई करनी पड़ रही है। जहाँ न पर्याप्त जगह है और न ही सही संसाधन। सभी कक्षाएं एक ही जगह पर लगने से बच्चों के लिए ध्यान केंद्रित करना और शिक्षकों के लिए सभी कक्षाओं को प्रभावी ढंग से पढ़ाना चुनौती से कम नहीं है।
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वहीं एक ही कमरे मे हो रही पढ़ाई को लेकर बच्चों का कहना है कि, एक ही जगह पर सभी कक्षाएं लगने से उनका ध्यान केंद्रित नहीं रहता। वहीं ग्रामीणों,स्थानिय जनप्रतिनिधि और पालको ने बुनियादी ढांचे की वजह से प्रभावित हो रही बच्चों की शिक्षा को लेकर नई भवन की मांग जिला शिक्षा अधिकारी सहित जिला प्रशासन से की है पर अब तक भवन निर्माण को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आ रही है।
Mohalla-Manpur News: ऐसे में ग्रामीण आगे चक्का जाम पर उतरने की बात कह रहे है। स्कूल को लेकर कलेक्टर तुलिका प्रजापति ने कहा किस आपके माध्यम मुझे जानकारी मिली है डीईओ के माध्यम से जानकारी मँगाऊंगी और जानकारी लूंगी क्या वह भवन जर्जर है या डिस्मेंटल के लायक है जिसके बाद प्रस्ताव बनाकर भेजा जायेगा।