रायपुर, 22 जुलाई (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों से कहा है कि सड़कों पर विचरण करने वाले निराश्रित पशुओं की प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित करें। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि आज मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सड़कों पर निराश्रित पशुओं की आवाजाही पर प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित की जाए।
साय ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की एक प्रमुख वजह निराश्रित मवेशी हैं, जिन्हें नियंत्रित करने के लिए सभी संबंधित विभागों को त्वरित, ठोस और समन्वित कार्य योजना के साथ आगे बढ़ना होगा।
मुख्यमंत्री ने पशुधन विकास, नगरीय प्रशासन और विकास, पंचायत तथा ग्रामीण विकास और लोक निर्माण विभाग को आपसी तालमेल के साथ जिम्मेदारी साझा करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह समस्या शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में गंभीर है तथा इसके समाधान में किसी प्रकार की ढिलाई स्वीकार्य नहीं होगी।
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने गौशालाओं, ‘गौठानों’, ‘कांजी हाउस’ तथा ‘काउ-कैचर’ जैसी व्यवस्थाओं की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने इन संस्थानों की वर्तमान उपयोगिता, क्षमता और सुधार की संभावनाओं पर भी गहन चर्चा की एवं सुझाव मांगे।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे स्थित गांवों में पशुओं के प्रबंधन के लिए प्रभावी और व्यावहारिक मॉडल विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजमार्गों पर पशुओं की उपस्थिति केवल यातायात में बाधा नहीं, बल्कि जानलेवा दुर्घटनाओं का कारण बनती है, इसलिए इस दिशा में प्राथमिकता के साथ कार्रवाई आवश्यक है।
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में गोधन विकास से संबंधित प्रस्तावों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने निराश्रित और लावारिस गौवंश की देखभाल, चारे की उपलब्धता और उनके पुनर्वास के लिए सुनियोजित रणनीति अपनाने की बात भी कही।
भाषा संजीव राजकुमार
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