Arun Sao Security Breach| Photo Credit: IBC24 File
Arun Sao Security Breach : रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में डिप्टी सीएम अरुण साव की सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली। बता दें कि, दुर्ग से रायपुर वापस आते समय डिप्टी सीएम के काफिले के बीच नीली बत्ती लगी इनोवा कार आ गई। जैसे ही पुलिस को इस मामले की जानकारी लगी वैसे ही उतई-पाटन के बीच सैलूद चौक पर अज्ञात वाहन को रोका औक दो लोगों को हिरासत में लिया। फिलहाल पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है। उतई थाना इलाके का मामला बताया जा रहा।
जानकारी के मुताबिक, उप मुख्यमंत्री अरुण साव मंगलवार को दुर्ग जिले की जामुल नगर पालिका के कार्यक्रम में पहुंचे थे। इसके बाद जब वो वापस लौट रहे थे तभी एक नीली बत्ती लगी इनोवा कार CG 07 CJ 9968 उनके काफिले के साथ चलने लगी। सूचना पर दुर्ग पुलिस अलर्ट हुई। सुरक्षा ड्यूटी में लगे ट्रैफिक एएसआई राजकुमार दुबे ने इनोवा कार को रोक लिया। फिर ट्रैफिक पुलिस ने ड्राइवर को तत्काल गिरफ्तार कर गाड़ी के साथ नेहरू नगर स्थित ट्रैफिक टावर ले गई।
ड्राइवर से जब पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि डिप्टी सीएम के काफिले के पीछे जल्दी दुर्ग पहुंच जाएगा, इसलिए अपनी गाड़ी उसके पीछे लगा ली। इस मामले को लेकर भिलाई नगर सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि, ड्राइवर ने गलती की है। इसके लिए उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाएगी और समझाइश देकर छोड़ा जाएगा। क्राइम ब्रांच की टीम ने भी ड्राइवर से पूछताछ की इस दौरान गाड़ी में नीली बत्ती को लेकर जब सवाल पूछा गया तो उसने बताया कि, गाड़ी नेवई निवासी चंपालाल टंडन की है। यह गाड़ी पहले पुलिस लाइन दुर्ग में लगी थी। एक हफ्ते पहले ही उसे वहां से निकाला गया है। इसलिए वो गाड़ी से नीली बत्ती हटाना भूल गया। बत्ती लगाकर ही मालिक बुकिंग भी करने लगा।
डिप्टी सीएम अरुण साव के काफिले में सुरक्षा चूक तब हुई जब एक नीली बत्ती लगी इनोवा कार उनके काफिले के पास पहुंच गई। जब पुलिस ने जांच की, तो पता चला कि यह कार पुलिस की नहीं थी, जिसके बाद दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया।
इस घटना से यह साफ होता है कि डिप्टी सीएम की सुरक्षा में खामी थी, क्योंकि एक बाहरी व्यक्ति उनके काफिले के पास आसानी से पहुंच सकता था। अगर यह व्यक्ति कोई खतरा लेकर आता, तो परिणाम गंभीर हो सकते थे।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नीली बत्ती वाली इनोवा कार में सवार दो लोगों को हिरासत में लिया। इस मामले की जांच जारी है और सुरक्षा में सुधार के उपायों पर विचार किया जा रहा है।
इस सुरक्षा चूक के बाद, यह संभावना है कि डिप्टी सीएम अरुण साव की सुरक्षा कड़ी की जाएगी और काफिले में गाड़ियों की जांच की प्रक्रिया को और भी सख्त किया जाएगा।
पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और इसके बाद जिम्मेदार अधिकारियों या व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इस प्रकार की सुरक्षा चूक को गंभीरता से लिया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।