National Quality Assurance Standard Certificate of Chhattisgarh

जम्मो मइनखे के चिता करत हे भूपेश सरकार, सरकारी अस्पताल के सेवा गुणवत्ता बर दिल्ली में मिलत हे पुरस्कार

National Quality Assurance Standard Certificate of Chhattisgarh भूपेश सरकार के कार्यकाल में प्रदेश के स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार आया है।

Edited By :   Modified Date:  July 21, 2023 / 02:58 PM IST, Published Date : July 21, 2023/2:58 pm IST

National Quality Assurance Standard Certificate of Chhattisgarh : रायपुर। भूपेश सरकार के कार्यकाल में प्रदेश के स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार देखा गया है। आज प्रदेश में जटिल बीमारियों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल से अच्छे अस्पताल उपल्ब्ध हैं। मरीजों को अब दवाईयों और इलाज के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ रहा है। सुदूर क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ग्रामीणों का इलाज कर रहे हैं। उन क्षेत्रों में जहां अस्पताल निर्माण संभव नहीं लेकिन आबादी है। वहां मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना जैसी सुविधाएं दी गईं हैं। स्लम एरिया में रहने वाली महिलाओं के लिए दाई दीदी मोबाइल क्लीनिक की व्यवस्था दी गई है। भूपेश सरकार ने अपने प्रदेशवासियों के लिए वो तमाम सुविधाएं उपल्ब्ध कराईं हैं जिनका उपयोग कर आज हर व्यक्ति अपनी जरूरतें पूरी कर रहा है। प्रदेश विकास की ओर हर तरफ से अग्रसर होते नजर आ रहा है।

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भारत सरकार ने प्रदेश के स्वास्थ्य केन्द्रों को गुणवत्ता प्रमाण पत्र से नवाजा

भूपेश सरकार के कार्यकाल में छत्‍तीसगढ़ के 100 अस्पताल राष्ट्रीय गुणवत्ता मानक पर खरे उतरे हैं। शासकीय अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में लगातार सुधार हो रहा है। उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने वाले प्रदेश के 100 अस्पतालों को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चुका है। सुदूर वनांचलों में स्थित शासकीय अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक, लक्ष्य और मुस्कान कार्यक्रम के अंतर्गत प्रमाण पत्र मिलना इस बात का संकेत है कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं सभी क्षेत्रों तक पहुंच रही हैं।

भूपेश सरकार के शासन से पहले प्रदेश में 1 अप्रैल 2018 तक राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्राप्त एक भी अस्पताल नहीं था। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा वर्ष 2018-19 में पहली बार प्रदेश के छह अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्रदान किया गया था। इसके बाद 2021-22 में 43 और 2022-23 में 36 अस्पतालों का सर्टिफिकेशन किया गया। चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में अब तक नौ अस्पतालों को यह प्रमाण पत्र प्राप्त हो चुका है। मुस्कान कार्यक्रम के अंतर्गत शिशु स्वास्थ्य संबंधी उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी राज्य के चार अस्पतालों को गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी किया है।

सीएम भूपेश के शासन काल में वनांचलों और दूरस्थ क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित कर रही है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्र में स्थित जगदलपुर जिला चिकित्सालय, बलरामपुर जिला चिकित्सालय तथा कोरबा जिले के करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न गुणवत्ता प्रमाण पत्रों से नवाजा है। भारत सरकार ने बस्तर जिला अस्पताल को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक , लक्ष्य और मुस्कान कार्यक्रम के अंतर्गत गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी किया है। वहीं बलरामपुर जिला अस्पताल और करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का एनक्यूएस तथा लक्ष्य कार्यक्रम के तहत सर्टिफिकेशन किया गया है।

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भूपेश सरकार के कार्यकाल में सुधरी अस्पतालों की स्थिति

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने छत्तीसगढ़वासियों के लिए अपने पूरे पांच वर्ष न्योछावर किया है। सीएम बघेल की देन से आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में बस्तर मलेरिया मुक्त हुआ है। मेडिकल मोबाइल यूनिट के जरिए भी फ्री जांच हो रही है। जेनेरिक मेडिसिन धनवंतरी योजना का लोग लाभ उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना, डॉ खूबचंद बघेल योजना चलाई जा रही है। अकेले हाट बाजार क्लीनिक योजना का ही लगभग 92 लाख से ज्यादा लोग लाभ ले चुके हैं।

National Quality Assurance Standard Certificate of Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की कुल संख्या करीब 1,066 है जो शासकीय अस्पताल राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक पर खरे उतरे हैं। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य न्याय योजना के तहत सभी नागरिकों को सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थाओं में सारी सेवायें ओपीडी, आईपीडी, दवा, टेस्ट निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कैशलेस सरकारी अस्पताल की परिकल्पना पूरी की जा रही है। प्रदेश में हमर लैब, हमर क्लिनिक और हमर अस्पतालों की व्यवस्था की जा रही है। शहरी क्षेत्रों में 354 हमर क्लिनिक निर्माणाधीन हैं, जिनमें से 154 हमर क्लिनिक कुछ महीने में शुरू हो जायेंगे। प्रदेश में कुल 53 हमर अस्पताल खोलने का लक्ष्य है। इनमें से लगभग चार खोले जा चुके हैं।

 

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