CBI Raid in Chhattisgarh: सीबीआई की दस्तक पर छत्तीसगढ़ सरकार की सफाई.. आरोपों के बीच कहा, ‘छापेमारी जाँच का हिस्सा, राजनीतिक दुर्भावना नहीं’

कथित घोटाले में शराब आपूर्ति श्रृंखला में हेरफेर किया गया था, जिससे एक गिरोह सरकारी शराब दुकानों के माध्यम से बिक्री और वितरण को नियंत्रित कर रहा था। ईडी पहले भी कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली सरकार से जुड़े राजनेताओं और नौकरशाहों के खिलाफ छत्तीसगढ़ में कई छापे मार चुकी है।

CBI Raid in Chhattisgarh: सीबीआई की दस्तक पर छत्तीसगढ़ सरकार की सफाई.. आरोपों के बीच कहा, ‘छापेमारी जाँच का हिस्सा, राजनीतिक दुर्भावना नहीं’

Chhattisgarh Govt on CBI Raid on Leaders and Officers || Image- Arun Sao Facebook

Modified Date: March 26, 2025 / 05:55 pm IST
Published Date: March 26, 2025 5:55 pm IST

Chhattisgarh Govt on CBI Raid on Leaders and Officers: रायपुर: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर सीबीआई की छापेमारी को राजनीति से जोड़ने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीबीआई द्वारा की गई कार्रवाई जांच प्रक्रिया का हिस्सा है और कांग्रेस इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है। साव ने यह भी कहा कि सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम करती हैं और किसी भी कार्रवाई के पीछे राजनीतिक उद्देश्य नहीं होता।

भूपेश सरकार में हुआ जमकर भ्रष्टाचार

डिप्टी सीएम ने दावा किया कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में कई बड़े भ्रष्टाचार हुए हैं, जिनकी जांच ईडी और सीबीआई लगातार कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी किसी भ्रष्टाचार की जांच होती है, तो पार्टी इसे राजनीति से जोड़ने का प्रयास करती है। अरुण साव ने एएनआई से बातचीत में कहा, “जब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे, तब कई बड़े घोटाले हुए। ईडी और सीबीआई इन मामलों की जांच कर रही हैं। आज सीबीआई छत्तीसगढ़ में 50 से अधिक स्थानों पर छापेमारी कर रही है, जिसमें कुछ आईपीएस अधिकारी, सरकारी अधिकारी और राजनीतिक नेता भी शामिल हैं। यह पूरी तरह से जांच प्रक्रिया का हिस्सा है। छापे सिर्फ एक व्यक्ति के घर पर नहीं पड़ रहे हैं, बल्कि कई जगहों पर हो रहे हैं। इसलिए इसे राजनीति से जोड़ना सही नहीं है। जब ये घोटाले हो रहे थे, तब राज्य के मुख्यमंत्री कौन थे? अगर सीबीआई जांच कर रही है, तो कांग्रेस को जांच में सहयोग करना चाहिए, न कि आरोप लगाने चाहिए। सीबीआई जैसी स्वतंत्र एजेंसियां निष्पक्ष रूप से काम करती हैं और राजनीतिक आधार पर कार्रवाई नहीं करती हैं।”

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दीपक बैज पहुंचे भूपेश से मिलने

प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष दीपक बैज ने भिलाई पहुंचकर मीडिया से बातचीत की और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर हो रही जांच पर तीखी प्रतिक्रिया दी।

Chhattisgarh Govt on CBI Raid on Leaders and Officers: दीपक बैज ने कहा कि 15 दिन पहले ईडी (ED) ने भूपेश बघेल के घर पर छापा मारा था, और अब सीबीआई (CBI) की रेड शुरू हो गई है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि ईडी की कार्रवाई के बाद भूपेश बघेल ने जांच में सहयोग की बात कही थी, लेकिन उन्हें न तो कोई समन दिया गया और न ही कोई नोटिस भेजा गया।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अब सीबीआई का एपिसोड शुरू हो गया है, इसके बाद अगली एंट्री किसकी होगी? क्या अब NIA, EOW या इनकम टैक्स (IT) की कार्रवाई होगी?”

दीपक बैज ने केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि यह बदले की राजनीति है और कांग्रेस को डराने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधानसभा के अंदर और बाहर भाजपा सरकार की नाकामियों के खिलाफ लड़ रही है, इसलिए कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।

महादेव सट्टा एप को लेकर सवाल

Chhattisgarh Govt on CBI Raid on Leaders and Officers: महादेव सट्टा एप को लेकर हो रही जांच पर भी दीपक बैज ने सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि “अगर सरकार कार्रवाई कर रही है, तो अब तक महादेव सट्टा एप बंद क्यों नहीं हुआ?” उन्होंने आरोप लगाया कि क्या भाजपा सरकार को इस एप से कमीशन मिल रहा है? उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार यह बताए कि महादेव सट्टा एप को लेकर उनकी सरकार बनने के बाद कितनी कार्रवाई हुई है?

सौरभ चंद्राकर पर भी उठाए सवाल

दीपक बैज ने महादेव सट्टा एप से जुड़े सौरभ चंद्राकर के मामले पर भी भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि “भाजपा सरकार दावा कर रही है कि सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन वह वहां खुलेआम घूम रहा है, कार्यक्रम आयोजित कर रहा है और प्रदीप मिश्रा के साथ जुड़ा हुआ है”। उन्होंने मांग की कि छत्तीसगढ़ में मौजूद कथावाचक प्रदीप मिश्रा से इस मामले में पूछताछ की जानी चाहिए।

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भूपेश बघेल का समर्थन

भूपेश बघेल से मुलाकात के बाद दीपक बैज ने कहा कि “हमारी औपचारिक चर्चा हुई, जांच जारी है, और भूपेश बघेल पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं”। उन्होंने बताया कि “भूपेश बघेल के चेहरे पर कोई शिकन नहीं है, वह पूरी तरह से ठीक हैं”। साथ ही, उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की और कहा कि पार्टी इस राजनीतिक कार्रवाई के खिलाफ मजबूती से खड़ी है।

Chhattisgarh Govt on CBI Raid on Leaders and Officers: इस पूरे छापेमारी पर छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भी प्रतिक्रिया देते हुए सत्तादल भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “इससे पहले उन्होंने (बीजेपी) उनके आवास पर ईडी भेजा था। आज सीबीआई भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई आवास पर आई है। आज उनका दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में खलल डालने के लिए बीजेपी ने आज उनके आवास पर सीबीआई भेजी है। बीजेपी बौखला गई है क्योंकि वह राजनीतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही है।”

सीबीआई के छापेमारी से प्रदेश की सियासत में खलबली

बता दें कि, सीबीआई ने महादेव सट्टेबाजी ऐप से जुड़े एक मामले में भूपेश बघेल के आवासों पर छापेमारी की है। भूपेश बघेल आज दिल्ली जाने वाले थे, जहां 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद में होने वाली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की बैठक में शामिल होने वाले थे। उनके कार्यालय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “अब सीबीआई आ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही सीबीआई रायपुर और भिलाई स्थित उनके आवासों पर पहुंच गई।”

Chhattisgarh Govt on CBI Raid on Leaders and Officers: इससे पहले 10 मार्च को ईडी ने कथित बहु-करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के तहत भूपेश बघेल, उनके बेटे चैतन्य बघेल और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईडी का आरोप है कि 2019 से 2022 के बीच सरकारी अधिकारियों, राजनेताओं और शराब कारोबारियों के एक गठजोड़ ने छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री से अवैध रूप से करीब 2,161 करोड़ रुपये जुटाए।

कथित घोटाले में शराब आपूर्ति श्रृंखला में हेरफेर किया गया था, जिससे एक गिरोह सरकारी शराब दुकानों के माध्यम से बिक्री और वितरण को नियंत्रित कर रहा था। ईडी पहले भी कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली सरकार से जुड़े राजनेताओं और नौकरशाहों के खिलाफ छत्तीसगढ़ में कई छापे मार चुकी है।


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