OPS Latest News: नई और पुरानी पेंशन के बीच फंसा पेंच! सबसे ज्यादा दुविधा में शिक्षाकर्मी से शिक्षक बने कर्मचारी

old pension scheme in chhattisgarh: नई और पुरानी पेंशन योजना का विकल्प भरने के लिए तय समय-सीमा बढ़ाने की मांग की गई है। कर्मचारी नेता इसे मार्च के अंत तक बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, ताकि जिज्ञासा और नफा-नुकसान का आंकलन सही तरीके से हो सके। वहीं कुछ कर्मचारियों ने इसकी पेचीदगी भरी प्रक्रिया पर भी सवाल उठाएं।

OPS Latest News: नई और पुरानी पेंशन के बीच फंसा पेंच! सबसे ज्यादा दुविधा में शिक्षाकर्मी से शिक्षक बने कर्मचारी

old pension scheme in chhattisgarh

Modified Date: February 26, 2023 / 04:01 pm IST
Published Date: February 26, 2023 4:01 pm IST

old pension scheme in chhattisgarh

रायपुर। नई और पुरानी पेंशन योजना को लेकर सबसे ज्यादा दुविधा में शिक्षाकर्मी से शिक्षक बने कर्मचारियों में है। शिक्षकों का आरोप है कि शासन शिक्षकों के पेंशन गणना को लेकर उठे सवाल का जवाब नहीं दे रहा है। 1998 में शिक्षाकर्मियों की नियुक्तियां होनी शुरू हुई थी। शिक्षक (एल बी) संवर्ग की नवीन पेंशन कटौती 2012 से की गई है। शासकीय 2018 से हुआ है। शासन नवीन पेंशन में जमा राशि को सरेंडर करने एफिडेविट ले रही है। मतलब 2012 से कटे राशि हम जमा करें, मतलब हमारी पुरानी पेंशन की पात्रता 2012 होगी, इसे शासन स्पष्ट करें। बिना स्पष्ट हुए विकल्प पत्र भरना मुश्किल है।

नई और पुरानी पेंशन योजना का विकल्प भरने के लिए तय समय-सीमा बढ़ाने की मांग की गई है। कर्मचारी नेता इसे मार्च के अंत तक बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, ताकि जिज्ञासा और नफा-नुकसान का आंकलन सही तरीके से हो सके। वहीं कुछ कर्मचारियों ने इसकी पेचीदगी भरी प्रक्रिया पर भी सवाल उठाएं।

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छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, सचिव वित्त विभाग, सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर पुरानी पेंशन के लिए संविलियन हुए शिक्षक एलबी संवर्ग के पेंशन निर्धारण सेवा की गणना को स्पष्ट करने के बाद विकल्प पत्र प्रस्तुत करने के लिए पर्याप्त अवसर देने की मांग की है।

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छत्तीसगढ़ में नई पेंशन स्कीम और पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है। जहां एक तरफ सरकार केंद्र से कर्मचारियों के अंशदान का पैसा मांग रही है ताकि वो कर्मचारियों को पैसा दे सके। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष नई पेंशन स्कीम लागू करने की पूरी जवाबदेही राज्य सरकार को निभाने को कह रहा है। साथ ही साथ कर्मचारी भी राज्य सरकार को पेंशन के लिए बाध्य बता रहे है।

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वहीं वित्त विभाग के पूर्व अध्यक्ष की माने तो ऐसी स्थिति में कर्मचारियों को नई और पुरानी दोनों स्कीमों की तहत पेंशन मिल सकती है। नई पेंशन योजना में जमा राज्य कर्मचारियों के पैसे का क्या होगा? क्या रिटायरमेंट पर दो पेंशन लागू होगी? जो अभी रिटायर हो रहे हैं उनके लिए क्या व्यवस्था होगी?

ओपीएस योजना के बहाल किए जाने के बाद प्रदेश में असमंजस की स्थिति निर्मित हो गई है। जैसे जो कर्मचारी वर्तमान में रिटायर हो रहे हैं उन्हें कितनी पेंशन मिलेगी उनकी राशि का क्या होगी, और जो राशि केंद्र सरकार ने काट ली है वह वापस मिलेगी या नहीं? आने वाले समय में कर्मचारियों को इस नई और पुरानी पेंशन स्कीम के चलते किन परेशानियों का सामना करना पड़ेगा यह भी बड़ा सवाल है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com