Raipur City Bus Project News: खड़े-खड़े ही सड़ गई 150 से अधिक सिटी बसें / Image Source: Facebook
रायपुर: Raipur City Bus Project News कोरोना काल के दौर से बंद किए गए सिटी बसों का संचालन अभी तक पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाया है। हालांकि विपक्ष ने कई बार सिटी बसों के संचालन को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की है। वहीं, आज सदन में सत्ता पक्ष के ही विधायक राजेश मूणत ने सिटी बसों का मुद्दा उठाया जिस पर डिप्टी सीएम और लोक निर्माण महकमे के मंत्री अरूण साव ने जवाब दिया।
Raipur City Bus Project News राजेश मूणत ने सदन के पटल पर अपना प्रश्न रखते हुए पूछा कि क्या यह सही है कि नगरीय क्षेत्रों की सिटी बस सुविधा हेतु प्राप्त 275 बसों को जानबूझकर सुधरवाया नहीं जा रहा है? इन बसों को नहीं सुधारने का दोषी कौन है एवं क्या विभाग उसके विरूद्ध कार्रवाई करेगा?
राजेश मूणत के इस सवाल के जवाब में डिप्टी सीमए अरूण साव ने बताया कि यह तथ्य सत्य नहीं है कि सिटी बसों को जान बूझकर सुधारवाया नहीं जा रहा है। वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी की रोकथाम हेतु लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में सिटी बसों का संचालन बंद किया गया था। उसके उपरांत तीन वर्षों तक बसों का संचालन अवरूद्ध रहने से कुछ बसें चलने योग्य नहीं रहीं। बसों के संचालन और मरम्मत आदि की जिम्मेदारी अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटियों द्वारा अनुबंधित सिटी बस ऑपरेटर की थी।
उन्होंन आगे बताया कि आपॅरेटर्स द्वारा कोविड उपरांत संचालन प्रांरभ नहीं करने के कारण सोसायटियों द्वारा अनुबंध निरस्त कर नवीन बस ऑपरेटर का चयन किया गया है। उपलब्ध कुल 376 सिटी बसों में से मरम्मत उपरांत 91 बसों को संचालन किया जा रहा है। 130 बसों की मरम्मत प्रक्रियाधीन है। शेष 155 बसें मरम्मत योग्य नहीं होने से कंडम घोषित कर नीलामी के संबंध में कार्रवाई की जा रही है। सके साथ ही अरूण साव ने बताया कि अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटियों द्वारा बसों का मूल्यांकन कर आवश्यक मरम्मत कराई जा रही है। मरम्मत नहीं हो सकने वाली बसों को कंडम घोषित कर नीलामी संबंधी कार्रवाई की जा रही है।