रायपुर के डॉक्टरों ने रचा इतिहास, मरीज के दिल में लगाया दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर, 65 साल के शख्स को मिली नई जिंदगी
Raipur doctors put world's smallest pacemaker in patient's heart यहां पहली बार एक मरीज के हृदय में स्थापित करने में सफलता हासिल की है।
Raipur doctors put world's smallest pacemaker
Raipur doctors put world’s smallest pacemaker : रायपुर। छत्तीसगढ़ के एकमात्र सरकारी हृदय रोग संस्थान एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों ने एक बार फिर अपने काम का लोहा मनवाया है। यहां के डॉक्टर ने दुनिया के सबसे छोटे पेसमेकर को यहां पहली बार एक मरीज के हृदय में स्थापित करने में सफलता हासिल की है।
विटामिन के एक कैप्सूल के आकार का यह पेसमेकर बिना किसी लीड के 12 सालों तक चलेगा। इसके अलावा, यहां 12 साल पहले लगे पेसमेकर की तार को बाहर खींचने के लिए लेजर किरणों से टिश्यू को पिघलाकर वापस निकालने का काम भी पहली बार किया गया है।
दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर लगा डॉक्टरों ने कर दिया कमाल
दरअसल, ये पूरा केस ही अपने आप में बेहद जटिल था। राजनांदगांव जिले के 63 साल के मरीज को 2010 में पेसमेकर लगा था। बैट्री खत्म होने पर 2020 में उसने इंदौर में अपना ऑपरेशन कराया और नयी बैटरी लगवाई। लेकिन इस बार उसके पेसमेकर लीड में इंफेक्शन आ गया। इससे उसके सीने की चमड़ी गल गई और पेसमेकर बाहर आ गया। इसके बाद उसने 7 से 8 बार प्लास्टिक सर्जरी कराई और नई चमड़ी लगवाई, लेकिन हर बार इंफेक्शन से स्कीन गल जा रही थी।
Raipur doctors put world’s smallest pacemaker : एसीआई में ही डॉक्टर ने ऑपेरशन कर दायें की जगह बाएं तरफ पेसमेकर लगा कर देखा, लेकिन पेसमेकर का इंफेक्शन दूसरी तरफ भी चमड़ी गला दी। इसके बाद, डॉक्टरों ने लीड लेस, कैप्सूल के आकार का दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर लगाने का फैसला किया। ऐसा अब तक एसीआई में नहीं हुआ था।
रिपोर्टर- RAJESH RAJ

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