Shiv Dahariya on Guru System: ‘सतनामी समाज में क्या हैं गुरु प्रथा का महत्त्व?’.. पूर्व मंत्री शिव डहरिया के विचार पर रूद्र गुरु ने कहा ‘उन्हें गुरु परंपरा की समझ नहीं’.. विधायक पर भी निशाना
Shiv Dahariya on Guru System Of Satnami Samaj अपने ही सामाजिक परंपरा के खिलाफ मुखर हुए पूर्व मंत्री शिव डहरिया.. रूद्र गुरु ने कहा 'उन्हें समझ नहीं'
Shiv Dahariya on Guru System Of Satnami Samaj
रायपुर: छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज में गुरु परंपरा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। यह सवाल कोई और नहीं बल्कि समाज के ही एक प्रमुख व्यक्ति और छत्तीसगढ़ सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके शिव डहरिया उठा रहे हैं। (Shiv Dahariya on Guru System Of Satnami Samaj) हालांकि उनके विरोध में सतनामी समाज के दो धर्म गुरु भी सामने आ चुके हैं।
दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व मंत्री शिव डहरिया का कहना है की सतनामी समाज में गुरु परंपरा खत्म होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समाज के 80% लोग गुरु प्रथा बंद करना चाहते हैं। बाबा गुरु घासीदास जी के वंश में पैदा होने से ही कोई गुरु नहीं हो जाता।
खुशवंत साहेब पर निशाना
शिव डहरिया ने सतनामी समाज के गुरु और भाजपा विधायक खुशवंत साहेब पर भी हमला बोला। (Shiv Dahariya on Guru System Of Satnami Samaj) उन्होंने कहा खुशवंत कांग्रेस की सरकार थी तो कांग्रेस में थे और फिर चुनाव के कुछ महीने पहले भाजपा में चले गए।
किया पलटवार
इस पर विधायक गुरु खुशवंत साहेब ने कहा, शिव डहरिया मानसिक संतुलन खो चुके हैं। कौन गुरु है, कौन नहीं सतनामी समाज अच्छे से जानता है। शिव डहरिया के बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
गुरु रूद्र ने भी कही ये बात
वही सतनामी समाज के गुरु और पूर्व मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने कहा शिव डहरिया को सतनामी समाज की गुरु परंपरा की समझ नहीं है। गुरुओं ने बाबाजी के संदेशों को आगे बढ़ाने का काम किया। (Shiv Dahariya on Guru System Of Satnami Samaj) सतनामी समाज के अतिरिक्त दूसरे समाजों में भी गुरु प्रथा है।
बहरहाल सतनामी समाज के गुरुओं और जनप्रतिनिधियों के बयानों से से समाज के इस परंपरा पर क्या असर पड़ता है यह तो वक्त बताएगा। फिलहाल शिव डहरिया और दोनों गुरुओं के बयान ने नई बहस जरूर छेड़ दी है।

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