बोरवेल में गिरे राहुल का 52 घंटे से रेस्क्यू जारी, SECL की टीम मौके पर मौजूद

बोरवेल में गिरे राहुल का 52 घंटे से रेस्क्यू जारी, SECL की टीम मौके पर मौजूद : Rescue continues for 52 hours for Rahul who fell in borewell

बोरवेल में गिरे राहुल का 52 घंटे से रेस्क्यू जारी, SECL की टीम मौके पर मौजूद
Modified Date: November 29, 2022 / 08:20 pm IST
Published Date: June 12, 2022 7:04 pm IST

जांजगीर- चांपा : Rescue continues for 52 hours for Rahul छत्तीसगढ़ के जांजगीर- चांपा जिले में बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में फंसे हुए 10 साल के राहुल को करीब 52 घंटे हो चुके हैं, लेकिन अभी तक राहुल को बाहर नहीं निकाला जा सका है। राहुल 60 फीट से भी नीचे गड्‌ढे में फंसा हुआ है। हालांकि रोबोटिक्स तरीके से उसे निकालने की कोशिशों को झटका लगा है। रोबोट की मदद से भी उसे नहीं निकाला जा सका है।

Read more : Presidential election: ‘लालू प्रसाद यादव’ लड़ेंगे राष्ट्रपति चुनाव, बोले-एक ‘बिहारी’ उम्मीदवार होना जरूरी 

Rescue continues for 52 hours for Rahul राहुल के लिए प्रशासन के निर्देश पर अब SECL की कुसमुंडा, मानिकपुर और मनेंद्रगढ़ से भी रेस्क्यू टीम भी पहुंची है। इसे SECL की सबसे बड़ी रेस्क्यू टीम बताया जा रहा है। यह टीम अंडरग्राउंड खदान में अचानक होने वाली दुर्घटनाओं के समय राहत और बचाव करती है। वह अपने साथ कई तरह के उपकरण लेकर आई है। ऑफिसर इंचार्ज जीपी शुक्ला के नेतृत्व में 10 सदस्य इस टीम में हैं। यह टीम खदान में अचानक ऊपर की छत को धंसने से बचाने, गैस रिसाव को रोकने जैसे कार्य करती है।

 ⁠

Read more :  राखी सावंत ने एक्स हस्बैंड के खिलाफ दर्ज करवाया मामला, रितेश बोले – लीगल तरीके से दूंगा जवाब 

वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर जितेंद्र और राहुल के परिजनों से वीडियो कॉल पर बात की। मुख्यमंत्री ने राहुल की दादी श्यामा बाई को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही उनके बच्चे को सकुशल निकाल लिया जाएगा। CM ने कहा कि ‘तोर नाती ला निकाल लेबो’।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।