आरक्षण पर रण खुलेआम.. कैसे लगेगा विराम? राजभवन में कब तक अटका रहेगा आरक्षण विधेयक?

आरक्षण पर रण खुलेआम.. कैसे लगेगा विराम? राजभवन में कब तक अटका रहेगा आरक्षण विधेयक? Reservation fight in Chhattisgarh

आरक्षण पर रण खुलेआम.. कैसे लगेगा विराम? राजभवन में कब तक अटका रहेगा आरक्षण विधेयक?

Reservation fight in Chhattisgarh

Modified Date: December 27, 2022 / 11:35 pm IST
Published Date: December 27, 2022 11:35 pm IST

रायपुर। Reservation fight in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में आरक्षण की लड़ाई अदालत, विधानसभा और राजभवन होते हुए अब सड़क पर पहुंच गई है। आदिवासी समाज सड़क पर प्रदर्शन कर रहा है तो कांग्रेस नेता खुलेआम राजभवन पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इस स्थिति पर कैसे विराम लगेगा, ये सबसे बड़ा सवाल है।

Read More: महज 49 रन पर ही पूरी टीम पहुंची पवेलियन, दहाई के अंक तक नहीं पहुंच पाएं बल्लेबाज, कहर बनकर टूटा ये गेंदबाज

Reservation fight in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में आरक्षण की लड़ाई अब सड़क पर आ गई है। सर्व आदिवासी समाज ने रायपुर में राजभवन घेराव के लिए कूच किया तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। इसके बाद आदिवासी समाज का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने पहुंचा लेकिन वह नहीं मिलीं।

 ⁠

Read More: किसानों के लिए खुशखबरी, पीएम क‍िसान योजना की 13वीं क‍िस्‍त की तारीख हुई तय, इस दिन ट्रांसफर की जाएगी राशि 

इधर, कांग्रेस भी 3 जनवरी को महारैली के जरिए विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर चुकी है। आरक्षण पर देरी से कांग्रेस सरकार के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कहा कि राज्यपाल विधेयक को अनिश्चितकाल तक अटकाने का बहाना ढूंढ रही हैं और एकात्म परिसर में बैठे विधिक सलाहकार की राय पर काम कर रही हैं।

Read More: विधानसभा साजा के ग्राम ठेलका पहुंचे CM भूपेश बघेल, 87.77 करोड़ रुपए के कई विकासकार्यों की दी सौगात

कांग्रेस के आरोपों का बीजेपी नेताओं ने जवाब दिया है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस पर राजभवन को अपमानित करने का आरोप लगाया। वहीं पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि गर्वनर चाहें तो किसी से भी सलाह ले सकती हैं और एकात्म परिसर का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है।
आरक्षण विधेयक पर देरी से संवैधानिक टकराव बढ़ता जा रहा है। सवाल है कि आरक्षण विधेयक आखिर कब तक राजभवन में अटका रहेगा और क्या विरोध प्रदर्शनों से राज्यपाल पर हस्ताक्षर का दबाव बनेगा।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक


लेखक के बारे में

IBC24 डिजिटल में कंटेंट राइटर के रूप में कार्यरत हूं, जहां मेरी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति सहित प्रमुख विषयों की खबरों की कवरेज और प्रस्तुति है। वर्ष 2016 से डिजिटल पत्रकारिता में सक्रिय हूं और अब तक 8 वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है। विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य करते हुए न्यूज़ राइटिंग और डिजिटल टूल्स में दक्षता हासिल की है। मेरे लिए पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है—सटीक, तेज और असरदार जानकारी पाठकों तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। बदलते डिजिटल दौर में खुद को लगातार अपडेट कर, कंटेंट की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।