जल्द जारी होगा पंचायत सचिवों का तबादला आदेश, लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी, कृषि विस्तार अधिकारी का वेतन रोकने का दिया आदेश

Transfer order of panchayat secretaries will be issued soon

जल्द जारी होगा पंचायत सचिवों का तबादला आदेश, लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी, कृषि विस्तार अधिकारी का वेतन रोकने का दिया आदेश

High Court order to cooperative society elections

Modified Date: November 30, 2022 / 11:34 pm IST
Published Date: November 30, 2022 11:34 pm IST

कोरबाः Transfer order of panchayat secretaries  राज्य शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना और नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना के जिले में सक्रिय संचालन के लिए जिला प्रशासन गंभीर है। कलेक्टर संजीव झा जिले के गोठानो में योजनाओं के गंभीरता पूर्वक संचालन करने लगातार अधिकारी कर्मचारियों को निर्देशित कर रहे हैं। इसी तारतम्य में कलेक्टर झा ने आज जिला पंचायत सभाकक्ष में गौठानों के नोडल अधिकारियों और ग्राम पंचायत सचिवों की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर झा ने बैठक में गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए गोधन न्याय योजना में लापरवाही बरतने वाले तथा 3 वर्ष से अधिक समय से एक ही ग्राम पंचायत में पदस्थ ग्राम सचिवों के स्थानांतरण करने के निर्देश दिए।

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Transfer order of panchayat secretaries  कलेक्टर ने भूलसीडीह गोठान में 8 वर्मी टांके खाली होने पर वहां पदस्थ नोडल ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के एक माह के वेतन आहरण पर रोक लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देश पर मती गिरिजा साहू, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के अगले माह के वेतन आहरण पर रोक लगाने से संबंधित आदेश उप संचालक कृषि द्वारा जारी कर दिए गए है। कलेक्टर ने शासकीय योजनाओं के कार्यों में लापरवाही बरतने पर सचिवों के ट्रांसफर करने के निर्देश बैठक में दिए। कलेक्टर के निर्देश पर कार्यों में कसावट लाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत केरवा के सचिव परमेश्वर सोनी का सेंदुरगढ़ स्थानांतरण कर दिया गया है। साथ ही ग्राम पंचायत केराकछार के सचिव धनसिंह कंवर को केरवा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। कलेक्टर ने बैठक में गोठानो में गोबर से भरे टांके, टांको में केंचुआ की उपलब्धता, गोबर खरीदी, पंजीकृत विक्रेता और सक्रिय विक्रेता की जानकारी ली। साथ ही खरीदे गए गोबर से वर्मी कंपोस्ट निर्माण और गौठान में किए गए व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी ली।

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कलेक्टर झा ने ग्राम वार गोठान की समीक्षा करते हुए गोठान में पर्याप्त मात्रा में वर्मी कंपोस्ट निर्माण नहीं होने पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने नकिया गोठान के नोडल श्रवण कुमार को एक वर्मी टांका में वर्मी खाद हेतु मात्र 1 किलो ग्राम केंचुआ डालने की जानकारी दिये जाने पर कलेक्टर झा ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने नोडल द्वारा गोधन न्याय योजना में रुचि नहीं लेने पर उन्हे कारण बताओ नोटिस जारी कर नोडल से हटाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कार्याे में लापरवाही बरतने वाले सचिवों एवं गोठान नोडल को भी कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर, उप संचालक कृषि अनिल शुक्ला, कोरबा जनपद पंचायत के सीईओ सु रुचि शार्दुल सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

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गौठानो में तय मापदंडों के अनुसार समय सीमा पर हो खाद का निर्माण- कलेक्टर झा ने गोठानो में गोधन न्याय योजना के सुचारू संचालन करने के निर्देश देते हुए कहा कि गोबर खरीदी और वर्मी कंपोस्ट निर्माण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि खरीदे गए गोबर से सही अनुपात में वर्मी कंपोस्ट निर्माण की जाए। खरीदे गए गोबर के 40 प्रतिशत गोबर का वर्मी कंपोस्ट में अनिवार्य रूप से रूपांतरण किया जाए। साथ ही 60 दिन के भीतर वर्मी कंपोस्ट निर्माण रूपांतरण हो, यह सुनिश्चित करे। कलेक्टर झा ने बैठक में कहा कि गोठान में वर्मी टांका खाली नहीं रहना चाहिए। उन्होंने गौठान में वर्मी खाद निर्माण के लिए स्व सहायता समूह के सदस्यों की बैठक लेकर खाद निर्माण के लिए उन्हें प्रेरित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आवर्ती चराई के अंतर्गत कार्य प्रगति को लेकर निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित अधिकारी व गोधन न्याय योजना के कार्यों में संलग्न कर्मचारियों को कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जरूरी मापदंडों का पालन करते हुए समय सीमा भीतर खाद निर्माण, सैंपलिंग और आवश्यक कार्य संपादित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर झा ने कहा कि गोबर खरीदी के लिए पंजीकृत विक्रेताओं को सक्रिय रखा जाए और समय- सीमा पर खाद निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि गौठानो के लिए गांव के ही प्रचलित चरवाहों को कार्य पर नियोजित किया जाए और उनका गोबर विक्रेता के रूप में पंजीयन कराया जाए। जिससे उनके लिए अतिरिक्त आय का साधन बने।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।