Reported By: Rajesh Raj
, Modified Date: May 25, 2024 / 09:38 PM IST, Published Date : May 25, 2024/9:38 pm ISTरायपुर: Raipur Government Dental College दांतो में किसी कारण चोट लगने या सड़न होने पर होने वाले इन्फेक्शन जिसको पेरी एपीकल लीजन कहा जाता है यह धीरे धीरे जबड़े की हड्डी में फैलने लगता है, जिसका सही समय पर उपचार न होने के वजह से हड्डी गलने लगती है। पूर्व में इसका उपचार सर्जरी द्वारा ही किया जाता था।
Raipur Government Dental College अब यह उपचार शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडॉन्टिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजीव कुन्हप्पन द्वारा बिना सर्जरी के ही नई अत्याधुनिक पद्धति ट्रिपल एंटीबायोटिक पेस्ट व एम टी ए का उपयोग करके रूट कैनाल ट्रीटमेंट से इलाज किया जाता हैं।
शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर पूरे छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे भारत में इस पद्धति से इलाज के लिए विख्यात है। यहां दूर दूर से मरीज इलाज के लिए आते है। इस पद्धति की खोज डॉ संजीव कुन्हप्पन द्वारा की गई है। अब यह पद्धति भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय के माध्यम से डॉ संजीव द्वारा पेटेंट करा लिया गया है। जो कि शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है।
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