जंगली हाथी के हमले में दो ग्रामीणों की मौत, गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को किया जा रहा सतर्क

छत्तीसगढ़ में जंगली हाथी के हमले में दो ग्रामीणों की मौत

जंगली हाथी के हमले में दो ग्रामीणों की मौत, गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को किया जा रहा सतर्क
Modified Date: November 29, 2022 / 08:48 pm IST
Published Date: September 13, 2021 2:01 pm IST

महासमुंद, 13 सितंबर । छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में जंगली हाथी के हमले में दो ग्रामीणों की मौत हो गई। महासमुंद जिले के वन विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि महासमुंद वन परिक्षेत्र में रविवार रात जंगली हाथी के हमले में राजू विश्वकर्मा (55) और परमेश्वर (35) की मौत हो गई।

अधिकारियों ने बताया कि रविवार देर रात मोटरसाइकिल पर सवार होकर तीन ग्रामीण महादेव पठार से महासमुंद जिला मुख्यालय की ओर आ रहे थे। इस दौरान जब वह गौरखेड़ा गांव के करीब पहुंचे तब जंगली हाथी ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि हाथियों के हमले के बाद मोटरसाइकिल साइकल सवार दो व्य​क्तियों ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई वहीं राजू विश्वकर्मा को जंगली हाथी ने कुचलकर मार डाला।

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अधिकारियों ने बताया कि विश्वकर्मा पर हमले के बाद हाथी वहां से चला गया और करीब के झालखम्हारिया गांव में पहुंच गया। वहां गांव के बाहर तीन युवक खेत की रखवाली कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जंगली हाथी जब वहां पहुंचा तब दो युवक वहां से भाग गए लेकिन परमेश्वर नहीं भाग पाया और हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला।

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अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल के लिए वन विभाग के दल को रवाना किया गया तथा शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि मृत ग्रामीणों ​के परिजनों को 25—25 हजार रूपए की तत्कालिक आर्थिक सहायता राशि दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में जंगली हाथी के विचरण की सूचना के बाद गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com