बच्चा गोद लेने वाले केंद्र में महिला कर्मचारी ने की बच्चों की पिटाई, मामला दर्ज करने का निर्देश |

बच्चा गोद लेने वाले केंद्र में महिला कर्मचारी ने की बच्चों की पिटाई, मामला दर्ज करने का निर्देश

बच्चा गोद लेने वाले केंद्र में महिला कर्मचारी ने की बच्चों की पिटाई, मामला दर्ज करने का निर्देश

:   Modified Date:  June 5, 2023 / 08:15 PM IST, Published Date : June 5, 2023/8:15 pm IST

कांकेर (छत्तीसगढ़), पांच जून (भाषा) छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के एक केंद्र में एक महिला कर्मचारी ने दो बच्चों को बेरहमी से पिटाई कर दी है। बच्चों को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने एनजीओ को भी निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि वीडियो में दिख रही महिला की पहचान प्रतिज्ञा विकास संस्था द्वारा संचालित ‘विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण’ की अधीक्षक सीमा द्विवेदी के रूप में हुई है।

अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को वीडियो सामने आने के बाद कांकेर जिले की कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने महिला एवं बाल विकास संचालनालय को पत्र लिखा और उन्हें इस संबंध में एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा।

कलेक्टर शुक्ला ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के एक दल ने रविवार को केंद्र का दौरा किया तथा उसका निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सोमवार को उन्हें निरीक्षण रिपोर्ट सौंपी गयी।

अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट पेश करने से पहले कलेक्टर ने एनजीओ को केंद्र संचालित करने से निलंबित कर दिया और स्थानीय पुलिस को द्विवेदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है।

कलेक्टर को सौंपे गए रिपोर्ट में महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक दिव्या उमेश मिश्रा ने कहा है कि विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण कांकेर में शिकायत (बच्चों पर हमले की) को सही पाया गया है और द्विवेदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसके खिलाफ किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) ​अधिनियम 2015 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि मिश्रा ने एनजीओ को कांकेर ​स्थित अभिकरण के संचालन से तत्काल प्रभाव से निलंबित करने और एनजीओ का पंजीकरण रद्द करने का भी अनुरोध किया है। उन्होंने जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना लाडिया के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी सिफारिश की है।

रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को निरीक्षण के दौरान द्विवेदी ने स्वीकार किया कि वीडियो उसी केंद्र का है और यह करीब एक साल पहले का है।

अधिकारियों ने बताया कि द्विवेदी ने अपने बयान में कहा कि उसने केंद्र की दो बालिकाओं की पिटाई की क्योंकि तब उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसने यह भी कहा कि एक बालिका को बार-बार चेतावनी देने के बावजूद वह आंगनबाड़ी केंद्र से लौटते समय अज्ञात व्यक्तियों से चॉकलेट लेती थी। द्विवेद ने कहा कि उसने अपने कृत्य के लिए माफी मांगी थी और उसके बाद से उन्होंने कभी ऐसी घटना नहीं दोहराई।

अभिकरण में छह साल से कम उम्र के अनाथ बच्चों को रखा जाता है। सोशल मीडिया में वायरल हुए कथित सीसीटीवी फुटेज में महिला एक बालिका की जमकर पिटाई कर रही है तथा उसके बालों को पकड़कर उसे फर्श पर धकेल रही है। इसके बाद उसने बालिका को उठा लिया और उसे बिस्तर पर पटक दिया और उसकी पिटाई की। इसके बाद वह दूसरी बालिका को उसी बिस्तर पर लेटने के कहती है और उसे पीटती है।

भाषा सं संजीव संजीव संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)