शाहीन बाग मंच से भाषण देने के लिए भरना होगा शपथ पत्र, विवादित बयानों के बाद आयोजकों का बड़ा फैसला
शाहीन बाग मंच से भाषण देने के लिए भरना होगा शपथ पत्र, विवादित बयानों के बाद आयोजकों का बड़ा फैसला
नईदिल्ली। शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ विवादित बयानों के बाद आयोजकों ने मंच से भाषण देने वालों के लिए कुछ शर्तें रखी है। इसके लिए बाकायदा एक फार्म भरकर वक्ताओं को जमा करना होगा तभी उन्हे मंच ये कुछ बोलने की अनुमति मिलेगी। 10वीं फेल वक्ताओं को मंच से भाषण देने पर रोक लगा दी है। शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने मंच से भाषण देने के लिए एक शपथ पत्र जारी किया है।
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शाहीन बाग से लगातार विवादित वीडियो वायरल होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मंच से भाषण देने वालों के लिए नियम सख्त कर दिए हैं। आयोजकों का मानना है कि 10वीं से ऊपर पढ़े लिखे वक्ता ही सीएए-एनआरसी के खिलाफ भीड़ को समझा पाएंगे। इस फैसले को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि कुछ लोग मंच पर आकर विवादित बयान देते हैं, जिससे पूरे शाहीन बाग का प्रदर्शन बदनाम होता है।
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नियम व शर्तें इस प्रकार हैं —
1- कोई भी वक्तव्य जो संविधान के खिलाफ हो ऐसा भाषण देना प्रतिबंधित है।
2- भारत के किसी राज्य एवं स्थान को अलग करने संबंधी भाषण प्रतिबंधित है।
3- जाति-धर्म, संप्रदाय से संबंधित भड़काऊ भाषण जिससे किसी भी धर्म की धार्मिक, भावनाएं आहत हों ऐसा कोई भी भाषण देना प्रतिबंधित है।
4- देश के किसी भी महापुरुषों, क्रांतिकारियों एवं सरकारी अमले के विषय में विवादित भाषण देना प्रतिबंधित है।
5- केवल सीएए-एनआरसी-एनपीआर बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई, महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के अलावा किसी भी विषय पर भाषण देना प्रतिबंधित है।
6- कोई भी ऐसा नारा जो असंवैधानिक हो या जाति-धर्म की भावनाओं को आहत करे ऐसे नारे प्रतिबंधित हैं।
7- कोई भी वॉलेंटियर मंच संचालकों पर अपने मित्र-रिश्तेदारों को अधिक तवज्जो देने हेतु दबाव न बनाएं।
8- ऐसे कोई भी मेहमान जो दूर से आए हैं और तुरंत अपना भाषण देना चाहते हैं तो अपना वापसी टिकट दिखा कर मंच पर पहले आ सकते हैं।
9- किसी भी राजनीतिक पार्टी के चुनाव प्रचार से संबंधित बयान देना प्रतिबंधित है।
10- अगर मेरे भाषण पर कोई वैधानिक कार्यवाही करता है तो उसके लिए मैं स्वयं जिम्मेदार हूं, न कि शाहीनबाग के रहवासी।
शपथः मैं पूरे होशो-हवास में शपथ लेता हूं कि उपरोक्त सभी शर्तों का पालन करूंगा।
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इस फैसले के पीछे शरजील इमाम का जारी विवादित वीडियो है, जिसमें वह असम को देश से अलग करने की बात कर रहा है। इस वीडियो को शुरुआत में शाहीन बाग से जुड़ा बताकर सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा था। इसके बाद कई दूसरे विवादित वीडियो भी शाहीन बाग से जुड़ा हुआ बताया गया।

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