सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा जिले में 102 महतारी की सुविधा नहीं मिलने का मामला सामने आया है। जिसके चलते मासूम की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले हो गई। नवजात की मौत की खबर मिलते ही स्वास्थ्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
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जानकारी के अनुसार यह मामला दोरनापाल नगर पंचायत के वार्ड नंबर 9 का है। प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने लगाया 102 महतारी एक्सप्रेस के कॉल सेंटर पर बार—बार फोन किया। लेकिन कर्मचारियों ने फोन का जवाब ही नहीं दिया। जिसके चलते महिला ने घर के आंगन में ही बच्चे को जन्म दिया।
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वहीं प्रसव होने के बाद मां और बच्चे को आटो से अस्पताल ले जा रहे थे। तभी रास्ते में नवजात ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने आरोप लगाया है कि बार-बार फोन लगाने के बाद भी फोन रिसीव नहीं किया। अगर समय रहते अस्पताल पहुंच जाते तो मासूम की जान बच जाती है। बता दें कि लापरवाही सामने आने के बाद भी अभी तक किसी भी अधिकारियों ने इस पर बयान नहीं दिया है।
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