ताई के खत के बाद से इंदौर सीट के लिए बढ़ी हलचल, कौन होगा अगला प्रत्याशी?

ताई के खत के बाद से इंदौर सीट के लिए बढ़ी हलचल, कौन होगा अगला प्रत्याशी?

ताई के खत के बाद से इंदौर सीट के लिए बढ़ी हलचल, कौन होगा अगला प्रत्याशी?
Modified Date: November 29, 2022 / 08:11 pm IST
Published Date: April 6, 2019 6:49 am IST

इंदौर। सुमित्रा महाजन के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के साथ ही इसके साइड इफेक्ट भी नजर आने लगे है। अब लगभग तय माना जा रहा है, कि ताई आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। ऐसे में कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है, तो वहीं, दावेदार भी मुखर होकर सामने आने लगे है।

ये भी पढ़ें:ओडिशा में गरजे मोदी, बीजेडी, कांग्रेस और अन्य दलों को बीजेपी कार्यकर्ताओं के पैसे से पोषित पार्टी 

सुमित्रा महाजन का लिखा हुआ खत सार्वजनिक होने के साथ ही सुमित्रा महाजन के घर पर इंदौर भाजपा के तमाम नेताओं का तांता लग गया था। लेकिन आखिकर जब ताई ने इस खत ही पुष्टी करते हुए घोषणा कर दी कि अब वो चुनाव नहीं लड़ेगी तो इंदौर भाजपा के बड़े नेताओं ने अपनी दावेदारी ठोक दी। अब तक चुप बैठे भाजपा के नगर अध्यक्ष गोपी कृष्ण नेमा ने तो यहां तक कहा दिया है, सुमित्रा महाजन उनका नाम दावेदार के तौर पर पार्टी हाइकमान को भेंजे, क्योंकि वो दो बार के विधायक रहे चुके है।और संगठन में उनकी पकड़ है।

 ⁠

ये भी पढ़ें:राजधानी के रेलवे स्टेशन पर बनाया गया मॉक पोलिंग बूथ, मतदाताओं को किया जा रहा जागरूक

दूसरी और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय ने भी कहा कि पार्टी कहेगी तो कैलाश विजयवर्गीय भी इंदौर से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन इंदौर भाजपा के दावेदारों के बीच स्थानीय कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है। कार्यकर्ताओं का साफ तौर पर आरोप है,कि हाइकमान ने इंदौर लोकसभा को प्रयोग शाला बना कर रख दिया है।जो जीतने वाले उम्मीदवारों पर दबाव बनाया जा रहा है। फिलहाल सुमित्रा महाजन ने खत लिखकर खुद को तो इंदौर की राजनीति से दूर कर लिया है। लेकिन इस फैसले से कई साइड इफेक्ट नजर आने लगे हैं। जोकि इंदौर को भाजपा में नुकसान पहुंचा सकता है।

 


लेखक के बारे में