मुस्लिम महिला का हिंदू रीति रिवाज से हो गया अंतिम संस्कार, राजधानी के अस्पताल की लापरवाही, दोनों पक्षों ने किया जमकर हंगामा

मुस्लिम महिला का हिंदू रीति रिवाज से हो गया अंतिम संस्कार, राजधानी के अस्पताल की लापरवाही, दोनों पक्षों ने किया जमकर हंगामा

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  • Publish Date - April 8, 2021 / 03:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:15 PM IST

भोपाल । प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही की सारी हदों को ही तोड़ दिया है। अस्पताल की लापरवाही के चलते मुस्लिम महिला का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से हो गया है।
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भोपाल के लालघाटी क्षेत्र की रहने वाली 70 वर्षीय नफीसा बी को कोरोना संक्रमण होने के कारण बीती छह तारीख को हमीदिया अस्पताल भर्ती किया गया था। गुरुवार को सुबह चार बजे नफीसा की इलाज के दौरान मौत हो गई। ऐसा ही कुछ नारायण के साथ भी हुआ..नारायण की भाभी शीला बाई ने भी हमीदिया में कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई थी। मर्च्यूरी में दोनों के ही शव रखे हुए थे। सुबह नारायण को शव की शिनाख्त कराई गई…शीला बाई के शव को नारायण ने पहचाना..लेकिन शीला के स्थान पर नफीसा बी का शव सुपुर्द कर दिया गया। गमगीन नारायण ने भी भदभदा स्थित विश्रामघाट में नफीसा बी का हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार भी कर दिया।

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मामले का खुसाला तब हुआ जब नफीसा बी का बेटा जब्बार शव को लेने हमीदिया पहुंचा। लापरवाह अस्पताल प्रबंधन ने शीला का शव थमाया तो हंगामा मच गया। हड़कंप के बीच पता चला कि नफीसा बी का शव नारायण को थमाया गया था और फिर इसका अंतिम संस्कार भी हो चुका है। हमीदिया अस्पताल पहुंचे दोनों ही पक्षों में बातचीत भी हुई। दोनों ने ही अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। अस्पताल प्रबंधन ने शवों पर टैग तो लगाया, लेकिन सुपुदर्गी के समय नियमों के तहत जांच पड़ताल ही नहीं की। मामले पर प्रशासन कुछ भी बोलने से बचता रहा।