धान बोए या दलहन, असमंजस में ‘धरती के भगवान’, पानी का है इंतजार

धान बोए या दलहन, असमंजस में 'धरती के भगवान', पानी का है इंतजार

धान बोए या दलहन, असमंजस में ‘धरती के भगवान’, पानी का है इंतजार
Modified Date: November 29, 2022 / 08:54 pm IST
Published Date: November 6, 2019 6:37 am IST

धमतरी। प्रदेश सरकार ने गर्मी के धान के लिए बांध से पानी देने का वादा तो कर दिया है लेकिन इसके लिए सिंचाई का रकबा अभी तक तय नहीं है। किसान असमंजस की स्थिति में हैं कि दलहन की तैयारी करें या धान बोने के लिए इंतजार करें। किसानों का कहना है दलहन बोने के लिये यही समय है। वहीं अगर समय बीत जाता है तो किसानों के पास सिर्फ गर्मी का धान बोने का ही एकमात्र विकल्प रह जाएगा। ऐसे में भड़के किसानों का कहना है कि आखिर कब भूपेश सरकार अपना वादा निभाएंगे।

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सिंचाई के रकबे में अगर उसका खेत नहीं आता है तो वो दोनों अवसरों से हाथ धो बैठेगा। आपको बता दें कि बीते दिनों धमतरी के कंडेल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से घोषणा की थी कि इस गर्मी में भी किसानों को पानी दिया जाएगा। लेकिन इसके बाद इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया। कोई फैसला नहीं लिया गया है। ऐसी अस्पष्ट स्थिति में किसानों का परेशान होना लाजिमी है। वैसे इस मामले में धमतरी के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा है कि जल्द फैसला लेने की बात कही है।

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