जगदलपुर। बैलाडीला के बाद नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण को लेकर भी विरोध का सिलसिला जारी है। इसी बीच पास्को की टीम के साथ असमंजस की स्थिति उस वक्त बन गई जब इस टीम को विनिवेश के सर्वे के लिए आई टीम समझ कर नगरनार कर्मचारी संगठन ने बंधक बना लिया।
पास्को की टीम नगरनार स्टील प्लांट से एचआर कॉइल खरीदने की संभावनाओं पर सर्वे के लिए आई थी लेकिन एनएमडीसी के कर्मचारियों ने इस टीम को करीब 5 घंटे कार्यालय में बंधक बना लिया। यह टीम सर्वे का काम नहीं कर सकी और जब बाद में अगले दिन कलेक्टर ने विरोध कर रहे कर्मचारियों को कंपनी के आने का लिखित आदेश दिखाया तब कहीं जाकर कर्मचारी संगठन शांत हुए।
हालांकि कर्मचारी संगठनों का कहना है कि नगरनार स्टील प्लांट में विनिवेश का विरोध लगातार जारी रहेगा। नगरनार स्टील प्लांट से जिस एचआर कॉइल की खरीदी कुरियन कंपनी पास्को करना चाहती है उसके लिए 11 सदस्य टीम जगदलपुर के नगरनार प्लांट का सर्वे करने आई थी। लेकिन नगरनार कर्मचारी यूनियन ने इसे विनिवेश का प्रयोजन समझते हुए इस टीम को ही कार्यालय में बंधक बना दिया। कर्मचारी बाहर विरोध करते रहे जिसकी वजह से टीम के सदस्य सर्वे का काम भी नहीं कर पाए हालांकि टीम ने एनएमडीसी प्रबंधन के साथ बुधवार बैठक कर मामले में जानकारी हासिल की।
विरोध कर रहे कर्मचारी संगठन यह बात मानने को तैयार नहीं थे। बाद में कलेक्टर से मिलने पर कर्मचारियों को कलेक्टर ने वह पत्र दिखाया जिसमें पास्को कंपनी के कर्मचारी नगरनार स्टील प्लांट से उत्पादन शुरू होने पर एचआर क्वाइल खरीदने के लिए पत्र भेजकर अनुमति लेकर पहुंचे थे। जगदलपुर विधायक रेखचन्द ने भी इस मामले में दखल देकर मामला शांत करवाया और आश्वासन भी दिया कि नगरनार स्टील प्लांट का काम विनिवेश होने पर विरोध करेगी।
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गौरतलब है कि नीति आयोग ने नगरनार स्टील प्लांट में विनिवेश को लेकर उसे अधिसूचित किया है और इससे पहले भी कुछ कंपनियों ने नगरनार स्टील प्लांट खरीदने की संभावनाओं के लिहाज से सर्वे किया था, जिसकी वजह से कर्मचारी संगठन विरोध में हैं।