दिल्ली में कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू, कतार में लगे बुजुर्ग

दिल्ली में कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू, कतार में लगे बुजुर्ग

दिल्ली में कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू, कतार में लगे बुजुर्ग
Modified Date: November 29, 2022 / 08:20 pm IST
Published Date: March 1, 2021 10:13 am IST

नयी दिल्ली, एक मार्च (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को बुजुर्गों को टीके की पहली खुराक के साथ कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हुआ।

देश में 16 जनवरी से शुरू टीकाकरण के पहले चरण में दिल्ली में 3.6 लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीके लगाए गए।

दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान के तहत, सोमवार से वरिष्‍ठ नागरिकों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाने की शुरुआत हुई है।

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राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी (आरजीएसएस) अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘सुबह तक हमारे केंद्र पर कुल 15 वरिष्ठ नागरिकों को टीका लगाया गया। बुजुर्ग लोगों को टीका लगते देखना सुखद रहा क्योंकि वे संक्रमण के लिहाज से जोखिम वाली आबादी में हैं।’’

उन्होंने कहा कि अभियान 12 बजे के करीब शुरू होना था लेकिन कई बुजुर्ग साढ़े 10 बजे से ही कतार में लग गए थे इसलिए समय से पहले ही टीकाकरण आरंभ कर दिया गया।

एक सरकारी बैंक में प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त होने वाले अरूण कुमार गुप्ता (66) ने बताया कि उन्हें टीके के लिए तीन घंटे इंतजार करना पड़ा।

गुप्ता ने कहा, ‘‘एक पुलिसकर्मी हमारे पास आया और पंजीकरण नंबर ले गया। हम अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। मुझे पौने बारह बजे टीका लगा। मैं कोविड-19 से कभी संक्रमित नहीं हुआ था और टीके को लेकर भी कोई डर नहीं था।’’

दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त इंद्र पाल (68) ने कहा कि आरजीएसएस अस्पताल में टीके की खुराक लेने वाले पहले वरिष्ठ नागरिकों में वह शामिल थे।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे बेटे ने मेरा नाम ऑनलाइन पंजीकृत कराया था। मैं सुबह में यहां पहुंचा और पंजीकरण का कागज दिखाया। सवा ग्यारह बजे के करीब मैंने टीका लगवाया।’’

अधिकारियों ने रविवार को बताया था कि सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में 136 निजी अस्पतालों समेत 192 स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू होगा।

सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क टीके दिए जाएंगे जबकि निजी अस्पतालों में एक खुराक के लिए 250 रुपये देने पड़ेंगे।

भाषा आशीष पवनेश

पवनेश


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