शादी के लिए लड़की ढूढ़ते पक गए बाल, नहीं मिली तो किन्नर को बना लिया दुल्हन, मंदिर में दोनों ने लिए सात फेरे

शादी के लिए लड़की ढूढ़ते पक गए बाल, नहीं मिली तो किन्नर को बना लिया दुल्हन, 48 Saal ke Aadmi ne ki Kinnar se Shadi

शादी के लिए लड़की ढूढ़ते पक गए बाल, नहीं मिली तो किन्नर को बना लिया दुल्हन, मंदिर में दोनों ने लिए सात फेरे

Bua married Bhatija

Modified Date: April 19, 2023 / 07:16 pm IST
Published Date: April 19, 2023 7:16 pm IST

हमीरपुरः 48 Saal ke Aadmi ne ki Kinnar se Shadi कई बार लड़के अपनी शादी के लिए लड़की ढूढ़-ढूढ़ कर परेशान हो जाते हैं, लेकिन योग्य लड़की नहीं मिल पाती है। समाज में कई ऐसे लड़के हैं, जिन्हें लड़की नहीं मिली और अभी तक शादी ही नहीं किए हैं। ऐसे ही शादी के लिए लड़की नहीं मिलने से परेशान 48 वर्षीय एक शख्स ने किन्नर से शादी कर ली। शख्स ने किन्नर को अपना जीवन साथी मानते हुए उसकी मांग में सिंदूर भर दिया। ये शादी अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई।

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48 Saal ke Aadmi ne ki Kinnar se Shadi मिली जानकारी के अनुसार हमीरपुर जिले में चिकासी थाना क्षेत्र के टोला खंगारन गांव निवासी नाथूराम सिंह के दो पुत्र हैं, जिनमें से बड़े पुत्र की शादी हो चुकी है लेकिन 48 वर्षीय छोटा पुत्र छत्रपाल सिंह अविवाहित था। शादी के लिए कोशिश की लेकिन योग्य लड़की नहीं मिल पाई। थक-हारकर छत्रपाल ने गांव के सती माता मंदिर स्थान के निकट क्षेत्र की किल्लर बिल्लो रानी की मांग सिंदूर से भरकर उसे अपनी जीवन संगिनी बना लिया।

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शाम को हुई दावत, डीजे में लगे ठुमके

मांग भरने के बाद छत्रपाल और बिल्लो रानी ने घर के एक मिट्टी के खंभे के फेरे भी लगाए। शाम को हुई दावत, डीजे में लगे ठुमके इस अनोखी शादी की चर्चा पल भर में गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते मजमा बढ़ गया। लोग छत्रपाल और किन्नर बिल्लो रानी को बधाइयां देने लगे। बिल्लो रानी ने पुरोहित के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, जिसके बाद शाम को छत्रपाल के घर दावत हुई, जिसमें उसके नाते-रिश्तेदारों के अलावा ग्रामीण भी शामिल हुए।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।