Jammu-Kashmir Ramban Flood And Landslide Update

Jammu-Kashmir New: 5 लोगों की मौत, हर तरफ दिख रहा बर्बादी का मंजर, रामबन में मची तबाही देख आप भी हो जाएंगे हैरान

Jammu-Kashmir New: जम्मू-कश्मीर के के रामबन जिले में बादल फटने से जोरदार बारिश हुई और इसके चलते बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाएं हुई।

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Modified Date: April 21, 2025 / 09:49 AM IST
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Published Date: April 21, 2025 9:46 am IST
HIGHLIGHTS
  • रविवार की सुबह जम्मू-कश्मीर के के रामबन जिले में बादल फटने से जोरदार बारिश हुई और इसके चलते बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाएं हुई।
  • भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई मकानों, दुकानों और सड़कों को नुकसान पहुंचा।
  • अधिकारियों ने बताया कि, भूस्खलन के बाद 100 से ज्यादा लोग फंसे हुए थे जिनका सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।

श्रीनगर: Jammu-Kashmir New: जम्मू-कश्मीर के लिए रविवार की सुबह बुरी खबर लेकर आई। ऐसा इसलिए क्योंकि, रविवार की सुबह जम्मू-कश्मीर के के रामबन जिले में बादल फटने से जोरदार बारिश हुई और इसके चलते बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाएं हुई। भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई मकानों, दुकानों और सड़कों को नुकसान पहुंचा। अधिकारियों ने बताया कि, भूस्खलन के बाद 100 से ज्यादा लोग फंसे हुए थे जिनका सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।

बताया जा रहा है कि, बादल फटने और भूस्खलन के वजह से 250 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया। नाशरी से बनिहाल के बीच करीब दर्जनभर जगहों पर पहाड़ियों से गिरे मलबे ने रास्ता बंद कर दिया, जिससे सैकड़ों वाहन फंस गए। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र ऑल-वेदर रास्ता है और इसके बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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भारतीय सेना ने संभाला रेस्क्यू का मोर्चा

Jammu-Kashmir New:  रामबन में बादल फटने के बाद भारतीय सेना राहत एंव बचाव कार्य शुरू किया है। NH-44 पर फंसे यात्रियों को खाना, शेल्टर और मेडिकल हेल्प प्रदान करने के लिए क्यूआरटी तैनात हैं। दूसरी अराफ़ भारतीय सेना की आठ टुकड़ियां स्टैंडबाय पर है और निकासी अभियान जारी है। ऐसा माना जा रहा है कि, सड़कों से मलबा हटाने और यातायात व्यवस्था को बहाल करने में अभी 48 घंटे का समय और लग सकता है।

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तीन मृतकों की हुई पहचान

मिली जानकारी के अनुसार, सीरी बगना गांव में बादल फटने की घटना में आकिब अहमद (12), उसका भाई मोहम्मद साकिब (10) और उनके पड़ोसी मुनी राम (65) की मौत हो गई। गांव के एक निवासी मो. हफीज ने बताया, ‘सुबह 4:30 बजे बादल फटने की जोरदार आवाज़ सुनाई दी, उसके बाद तुरंत चीख-पुकार मच गई।’ उन्होंने कहा, ‘हमने दोनों भाइयों को मलबे से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।’

40 से ज्यादा मकान हुए क्षतिग्रस्त

Jammu-Kashmir New:  लगातार हुई बारिश के चलते धारमकुंड गांव में बाढ़ आ गई और इससे करीब 40 मकान क्षतिग्रस्त हो गई। क्षतिग्रस्त हुए घरों में से 10 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। पुलिसकर्मियों ने 100 से अधिक फंसे हुए ग्रामीणों को रेस्क्यू किया। रेस्क्यू किए गए ग्रामीणों को सरकारी स्कूल में शरण दी गई है और प्रशासन की तरफ से उन्हें राशन और जरुरी सामान मुहैया कराया जा रहा है।

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बिजली गिरने से दो लोगों की हुई मौत

आपको बता दें कि, शनिवार देर रात रियासी जिले के अर्नास इलाके में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई थी और एक महिला घायल हुई थी। दो दिन में बारिश से संबंधित घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि पूरे रामबन जिले में भारी बारिश, तेज हवाओं, ओलावृष्टि और भूस्खलनों के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।

जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने विधायक अर्जुन सिंह राजू (रामबन) और सजाद शाहीन (बनिहाल) के बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था। अपने दौरे के बाद डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने कहा कि, ‘स्थिति बहुत गंभीर है… मैं लौटकर मुख्यमंत्री को पूरी रिपोर्ट सौंपूंगा।’ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आपदा में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया और कहा कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जा रही है।

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रामबन जिले में बंद रहेंगे सभी स्कूल-कॉलेज

Jammu-Kashmir New:  रामबन इलाके में मची इस तबाही के बीच उपायुक्त बसीर-उल-हक चौधरी ने बताया कि, रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है और सभी सरकारी एजेंसियां, पुलिस, एसडीआरएफ, सेना, एनजीओ और स्थानीय स्वयंसेवक मिलकर राहत कार्यों में जुटे हैं।

उपायुक्त चौधरी ने बताया कि, 21 अप्रैल को जिले के सभी स्कूल, कॉलेज और तकनीकी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। कश्मीर घाटी में भी भारी बारिश को देखते हुए सोमवार को सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘यह फैसला छात्रों की सुरक्षा और भलाई को ध्यान में रखते हुए एहतियातन लिया गया है।’

केंद्र सरकार के मंत्री जितेंद्र सिंह ने रामबन प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और कहा कि, जरूरत पड़ने पर सांसद निधि से भी मदद दी जाएगी। नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि, रामबन और बनिहाल में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है और केंद्र से राहत के लिए सहयोग की मांग की जाएगी।

जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने की घटना कब हुई?

यह घटना रविवार सुबह (21 अप्रैल 2025) को लगभग 4:30 बजे हुई।

जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन से कौन-कौन से रास्ते प्रभावित हुए हैं?

मुख्य रूप से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) बाधित हुआ है, जिससे सैकड़ों वाहन फंस गए हैं।

जम्मू-कश्मीर में हुई इस आपदा में कितने लोगों की जान गई है?

अब तक बारिश और संबंधित घटनाओं में कुल 5 लोगों की मौत हो चुकी है।

क्या जम्मू-कश्मीर के स्कूल-कॉलेज बंद किए गए हैं?

हां, रामबन जिले और कश्मीर घाटी में 21 अप्रैल को सभी स्कूल, कॉलेज और तकनीकी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।

जम्मू-कश्मीर के इस क्षेत्र में राहत कार्य कौन-कौन कर रहा है?

भारतीय सेना, पुलिस, एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन, NGO और स्वयंसेवक मिलकर राहत कार्य में लगे हुए हैं।