पिछले तीन वर्ष में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पश्चिम एशिया से 5,945 भारतीयों को निकाला गया: सरकार

पिछले तीन वर्ष में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पश्चिम एशिया से 5,945 भारतीयों को निकाला गया: सरकार

पिछले तीन वर्ष में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पश्चिम एशिया से 5,945 भारतीयों को निकाला गया: सरकार
Modified Date: December 12, 2025 / 07:43 pm IST
Published Date: December 12, 2025 7:43 pm IST

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा को सूचित किया कि सुरक्षा की दृष्टि से उसने पिछले तीन साल के दौरान इजराइल, ईरान, सीरिया और इराक से 5,945 भारतीय नागरिकों को निकाला है।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि इन निकासी अभियानों में 2023 में इजराइल में ‘ऑपरेशन अजय’ और 2025 में ईरान और इजराइल में ‘ऑपरेशन सिंधु’ शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने 2024 में कुवैत में हुए एक दुखद अग्निकांड में जान गंवाने वाले 45 भारतीय नागरिकों के पार्थिव शरीर को मानवीय आधार पर हवाई मार्ग से लाने का विशेष प्रयास भी किया, जिनमें उत्तर प्रदेश के तीन नागरिक भी शामिल थे।’’

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार पश्चिम एशिया सहित विश्व स्तर पर उत्पन्न हो रही किसी भी प्रतिकूल स्थिति पर ‘‘करीबी नजर रखती है’’।

जयशंकर ने कहा, ‘‘भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने पिछले तीन वर्ष में पश्चिम एशिया में इजराइल, ईरान, सीरिया और इराक से 5,945 भारतीय नागरिकों को निकाला है, जिनमें 2023 में इजराइल में ‘ऑपरेशन अजय’ और 2025 में ईरान और इजराइल में ‘ऑपरेशन सिंधु’ शामिल हैं। निकाले गए कुल भारतीय नागरिकों में से 1,474 उत्तर प्रदेश के थे।’’

उन्होंने कहा कि सरकार सुरक्षित आश्रय, भोजन, स्थानीय और सीमा पार आवागमन तथा परिवहन सहित रसद संबंधी सहायता प्रदान करती है, जिसके लिए विशेष वाहनों और निकासी उड़ानों की व्यवस्था नि:शुल्क की जाती है।

जयशंकर ने कहा कि सरकार के निकासी अभियानों में सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण को प्राथमिकता दी जाती है, चाहे वे किसी भी राज्य के हों।

भाषा

सुरेश अविनाश

अविनाश

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