Adani Group on Hindenburg Report : हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर अब अडानी ग्रुप ने दी प्रतिक्रिया, सेबी चीफ के साथ कनेक्शन को लेकर कही दी ये बात

हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर अब अडानी ग्रुप ने दी प्रतिक्रिया, Adani Group reacts to Hindenburg Latest report 2024

Adani Group on Hindenburg Report : हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर अब अडानी ग्रुप ने दी प्रतिक्रिया, सेबी चीफ के साथ कनेक्शन को लेकर कही दी ये बात

Adani Group reacts to Hindenburg report

Modified Date: August 11, 2024 / 01:30 pm IST
Published Date: August 11, 2024 1:30 pm IST

 नई दिल्लीः Adani Group reacts to Hindenburg report  अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग की ओर से जारी नई रिपोर्ट को लेकर भारत में जमकर बवाल हो रहा है। दरअसल, ताजा रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने भारतीय शेयर बाजार नियामक सेबी की प्रमुख और उनके पति पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट में सेबी प्रमुख का नाम कथित अदाणी घोटाले से जोड़ा गया है। इस इस रिपोर्ट को लेकर अडानी समूह का भी बयान सामने आया है। अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज किया है।

Adani Group reacts to Hindenburg report  अडानी समूह ने कहा है कि सेबी चीफ माधबी पुरी बुच के साथ उसका कोई कमर्शियल कनेक्शन नहीं है, जिसका दावा हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट में जिन व्यक्तियों का या जिन मामलों का जिक्र किया गया है, उनसे कमर्शियली अडानी समूह का कोई लेना-देना नहीं है। अडानी समूह ने कहा कि उसकी कंपनियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों को वह खारिज करता है और फिर से अपनी बात को दोहराता है कि उसकी विदेशी होल्डिंग का स्ट्रक्चर पूरी तरह से पारदर्शी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी समूह को लेकर कहा गया है कि उसने कंपनियों का जाल बुनकर फंड को इधर से उधर किया।

पहले भी आई थी अडानी ग्रुप को लेकर रिपोर्ट

अडानी समूह और हिंडनबर्ग रिसर्च का मामला कोई नया नहीं है। यह आज से लगभग डेढ़ साल पहले पिछले साल जनवरी में उस समय शुरू हुआ था, जब हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के खिलाफ अपनी पहली सनसनीखेज रिपोर्ट जारी की थी। उसमें हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के ऊपर शेयरों के भाव चढ़ाने समेत फंड के हेर-फेर जैसे गंभीर आरोप लगाया था। साथ ही हिंडनबर्ग ने उसे कॉरपोरेट वर्ल्ड के इतिहास का सबसे बड़ा फ्रॉड करार दिया था। हिंडनबर्ग की उस रिपोर्ट से अडानी समूह को भारी नुकसान उठाना पड़ा था और उसकी कंपनियों के एमकैप में 80 बिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट आई थी।

 ⁠

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।