अग्निपथ योजना : 300 ट्रेनों को रद्द करने के बाद सामान्य हुआ रेलवे का संचालन, आंदोलनकारियों ने किया था उग्र प्रदर्शन
Agneepath scheme : अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हो रहा है। इसी बीच मंगलवार को करीब तीन सौ ट्रेनों को रद्द किया
Agneepath scheme
नई दिल्ली : Agneepath scheme : अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हो रहा है। इसी बीच मंगलवार को करीब तीन सौ ट्रेनों को रद्द किया गया था। इन ट्रेनों को रद्द करने के बाद रेलवे संचालन सामान्य स्थिति में वापस आ गया है।
आंदोलनकारियों ने कई ट्रेन के डिब्बों को लगाई थी आग
Agneepath scheme : बता दें कि अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों ने कई ट्रेन के डिब्बों को आग के हवाले कर दिया था और रेलवे की संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया। इसके चलते करीब चार सौ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। मंगलवार को रेलवे ने 270 ट्रेनों को रद्द कर दिया था जिनमें 103 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें और 167 यात्री ट्रेनें शामिल थीं। रेलवे ने तीन मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को भी आंशिक रूप से रद्द कर दिया था। रेलवे ने सोमवार को कहा था कि उसने आंदोलन के कारण छह सौ से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसने रविवार को 483 ट्रेनें और एक दिन पहले 369 ट्रेनें रद्द कीं।
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75 फीसदी अग्निवीरों को सेना से किया जाएगा रिटायर्ड
Agneepath scheme : योजना की घोषणा के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन देखा गया था। सेना के लिए इस भर्ती योजना के तहत 17 से 21 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं की भर्ती करने का प्रावधान है। हालांकि उग्र प्रदर्शन के बीच सरकार ने ये आयु सीमा बढ़ाकर 23 कर दी है। ये भर्ती सेना में चार साल की अल्पावधि के लिए है। चार साल के बाद 75 फीसदी अग्निवीरों को सेना से रिटायर्ड कर दिया जाएगा। वहीं 25 फीसदी की नियमति सैनिक के रूप में बहाली रहेगी।
भर्ती की मौजूदा प्रणाली में नहीं होगा कोई बदलाव
Agneepath scheme : इस बीच रक्षा मंत्रालय के सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अग्निपथ योजना से सैनिकों की भर्ती की मौजूदा प्रणाली में कोई बदलाव नहीं होगा और यह उनकी युद्धक क्षमताओं और परिचालन तत्परता को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करेगा। सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र पूर्व मध्य रेलवे के प्रवक्ता के एक बयान में कहा गया है कि अकेले इस क्षेत्र में 60 से अधिक कोच और 10 इंजन क्षतिग्रस्त हुए हैं।

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