बंगाल में एसआईआर की “चाल के पीछे” अमित शाह: ममता

बंगाल में एसआईआर की “चाल के पीछे” अमित शाह: ममता

बंगाल में एसआईआर की “चाल के पीछे” अमित शाह: ममता
Modified Date: December 3, 2025 / 03:43 pm IST
Published Date: December 3, 2025 3:43 pm IST

मालदा, तीन दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लागू करने की “चाल के पीछे” गृह मंत्री अमित शाह का हाथ है।

बनर्जी ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए एसआईआर को ‘‘राजनीति से प्रेरित कवायद बताया जिसका उद्देश्य मतदाताओं को परेशान करना है।”

उन्होंने दावा किया, ‘‘चुनाव से ठीक पहले बंगाल में एसआईआर लागू करने की इस चाल के पीछे अमित शाह हैं।’’

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मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह किसी भी कीमत पर बंगाल पर कब्जा करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें करारा जवाब मिलेगा।’’

उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान के राजनीतिक प्रभाव का गलत आकलन किया है। बनर्जी ने कहा, ‘बंगाल में एसआईआर लागू करके भाजपा ने अपनी कब्र खुद खोद ली है। बंगाल और बिहार एक जैसे नहीं हैं।’

हालांकि, बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस इस प्रक्रिया का विरोध नहीं कर रही है, ‘लेकिन आपको इसे करने के लिए उचित समय देना होगा। आप भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने के लिए जल्दबाजी नहीं कर सकते।’

बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि 12 दिसंबर से तृणमूल राज्य भर में ‘क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं’ शिविर शुरू करेगी, ताकि इस महीने के अंत में एसआईआर सुनवाई शुरू होने पर लोगों की सहायता की जा सके।

भाजपा की वैचारिक रणनीति पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘हमें भाजपा से हिंदुत्व सीखने की जरूरत नहीं है।’

उन्होंने गर्भवती महिला सुनाली खातून के मामले का भी उल्लेख किया, जिसे उसके आठ वर्षीय बेटे के साथ बांग्लादेश में भेज दिया गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘(उच्चतम) न्यायालय ने केंद्र से खातून को वापस लाने को कहा था। हमने अदालत में मुकदमा लड़ा।’

केंद्रीय बलों के आचरण पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘सुनाली भारतीय थी, फिर बीएसएफ ने गर्भवती महिला को बांग्लादेश क्यों भेजा? क्या सिर्फ़ इसलिए कि वह बंगाली है, उसे बांग्लादेशी बताकर सीमा पार भेजा दिया गया?’

नागरिकता के मुद्दों पर अपना रुख दोहराते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि जब तक वह यहां हैं, किसी भी बंगाली को किसी निरुद्ध शिविर में या वापस नहीं भेजा जाएगा।

भाषा

नोमान पवनेश

पवनेश


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