माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं : बादल के ‘बिना शर्त माफी’ पर मान ने कहा

माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं : बादल के 'बिना शर्त माफी' पर मान ने कहा

माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं : बादल के ‘बिना शर्त माफी’ पर मान ने कहा
Modified Date: August 6, 2024 / 07:28 pm IST
Published Date: August 6, 2024 7:28 pm IST

होशियारपुर (पंजाब), छह अगस्त (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 2015 की बेअदबी की घटनाओं को लेकर सुखबीर सिंह बादल पर मंगलवार को निशाना साधा और कहा कि माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं।

इससे पहले शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख बादल ने अपनी पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान की ‘सभी गलतियों’ के लिए ‘बिना शर्त माफी’ मांगी थी।

यहां राज्य वन महोत्सव समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मान ने कहा कि उनकी सरकार गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी से संबंधित 2015 की घटनाओं में ‘नये सबूत’ एकत्रित कर रही है और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।

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परोक्ष तौर पर बादल की ओर इशारा करते हुए मान ने कहा कि कुछ लोग अपनी गलतियों के लिए माफी मांग रहे हैं। मान ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘जब कुछ पत्रकारों ने इस बारे में पूछा तो मैंने कहा कि माफी गलतियों के लिए होती है, अपराधों के लिए नहीं। अपराधों के लिए सजा होती है। आपने अपराध किए हैं।’

उन्होंने कहा कि गलती जानबूझकर या अनजाने में हो सकती है, लेकिन जो जानबूझकर किया जाता है वह अपराध होता है।

अकाल तख्त के जत्थेदार को लिख एक पत्र को सोमवार को सार्वजनिक किया गया जिसमें शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख बादल ने पंजाब में पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान की ‘सभी गलतियों’ के लिए ‘बिना शर्त माफी’ मांगी है।

वर्ष 2015 के बेअदबी के मामलों का जिक्र करते हुए मान ने कहा, ‘हम मामले में नए सबूत इकट्ठा कर रहे हैं। कुछ लोग जो पहले नहीं बोल रहे थे, अब सामने आए हैं। हम नए दस्तावेज जुटा रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘हर किसी को (बेअदबी की घटनाओं को लेकर) तकलीफ है। इसके लिए सजा मिलनी चाहिए।’

मान ने कहा, ‘कुछ दिनों में हमारे पास कुछ नए दस्तावेज होंगे। कोई सोच भी नहीं सकता कि लोग इस स्तर (पवित्र ग्रंथ की बेअदबी) तक गिर सकते हैं।

वर्ष 2015 में शिरोमणि अकाली दल सत्ता में था। उस समय फरीदकोट में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाएं हुई थीं। फरीदकोट में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे।

भाषा

शुभम अमित

अमित


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